छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग के जंजगिरी में गौरी-गौरा पूजा, जिसे गोवर्धन पूजा के नाम से भी जाना जाता है, में शामिल होकर सोटा (चाबुक) प्रहार सहने की परंपरा निभाई
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग के जंजगिरी में गौरी-गौरा पूजा, जिसे गोवर्धन पूजा के नाम से भी जाना जाता है, में शामिल होकर सोटा (चाबुक) प्रहार सहने की परंपरा निभाई. जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. हर साल बुजुर्ग भरोसा ठाकुर यह प्रहार करते थे. लेकिन उनके निधन के बाद इस परंपरा को उनके बेटे बीरेंद्र ठाकुर ने निभाया.
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इस मौके पर सीएम ने कहा कि यह सुंदर परंपरा सबकी खुशहाली के लिए मनाई जाती है. इस मौके पर उन्होंने भरोसा ठाकुर को याद किया. साथ ही इस बात की खुशी जाहिर की कि उनके बेटे परिवार और जंजगिरी की इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं.