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पार्क से निकलकर खेत में पहुंचा चीता, गांव में मचा हड़कंप

ओबन नाम का चीता कूनो नेशनल पार्क से निकलकर एक गांव में पहुंचा. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इस चीते का नाम ओबन बताया जा रहा है, जिसे सितंबर 2022 में नामीबिया से भारत लाया गया था.

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By Pooja Mishra | खबरें - 02 April 2023

ओबन नाम का चीता कूनो नेशनल पार्क से निकलकर एक गांव में पहुंचा. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. इस चीते का नाम ओबन बताया जा रहा है, जिसे सितंबर 2022 में नामीबिया से भारत लाया गया था. फरवरी में ही इन चीतों को बड़े बाड़ों से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. यह चीता जिले की विजयपुर तहसील के गोलीपुरा और झाड़ बड़ौदा गांवों के पास के इलाके में है. ग्रामीण उससे बचने के लिए लाठियां लेकर खड़े हो गए. सूचना मिलने पर वन विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं और ओबन की तलाश की जा रही है.


झाड़ बड़ौदा गांव

इन चीतों को प्रोजेक्ट चीता के तहत मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाया गया है. इन चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को अपने जन्मदिन पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. दो महीने तक क्वारंटीन रहने के बाद इन्हें बड़े बाड़ों में छोड़ दिया गया. फरवरी में ही इन चीतों को बड़े बाड़ों से खुले जंगल में छोड़ दिया गया है. रविवार को सूचना मिली कि ओबन नाम का चीता पार्क क्षेत्र से निकलकर विजयपुर तहसील के गोली पुरा और झाड़ बड़ौदा गांव के पास पहुंच गया है.

वन विभाग की टीम 

खेत में तेंदुए को देखकर ग्रामीण दहशत में आ गए. सुरक्षा के लिए सभी ग्रामीणों ने हाथों में लाठियां ले लीं. साथ ही तेंदुए के बाहर निकलने की सूचना वन विभाग को दी गई. वन विभाग व प्रोजेक्ट चीता के अधिकारी भी तत्काल मौके पर पहुंच गए हैं. चीता खेत में बैठा था. वन विभाग की टीम उसका रेस्क्यू कर रही है.

रेस्क्यू जारी

कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश वर्मा का कहना है कि रेस्क्यू जारी है. वन विभाग की टीमें तेंदुए पर नजर रख रही हैं. रेस्क्यू के दौरान ज्यादा छेड़छाड़ नहीं कर सकते. धीरे-धीरे उसे कूनो पार्क लाने का प्रयास किया जा रहा है. शाम तक यह चीता कूनो पार्क पहुंच जाएगा. तेंदुओं या किसी नागरिक की सुरक्षा को खतरा न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है.


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