Chandrayaan 3: चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल के साथ संपर्क स्थापित किया है, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
Chandrayaan 3: चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल के साथ संपर्क स्थापित किया है, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इसरो ने हाल ही में इस मील के पत्थर के बारे में ट्वीट कर दुनिया को सूचित किया कि दोनों अंतरिक्ष यान के बीच संचार लिंक सफलतापूर्वक स्थापित हो गया है। चंद्रयान-3 लैंडर के चंद्रमा की सतह पर उतरने में लगभग 48 घंटे बचे हैं, इसरो इस आयोजन के लिए सावधानीपूर्वक तैयारी कर रहा है.
मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स
अंतरिक्ष एजेंसी ने आगामी लैंडिंग प्रयास के लिए अपनी तत्परता पर विश्वास व्यक्त किया. इसरो ने कहा था कि चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल का गर्मजोशी से स्वागत किया है और दोनों के बीच दो-तरफा संचार लिंक स्थापित हो गया है। बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स में अब विक्रम नाम के लैंडर मॉड्यूल के साथ संचार के कई चैनल हैं. 23 अगस्त को शाम 6:04 बजे IST, विक्रम की चंद्रमा की सतह पर महत्वपूर्ण लैंडिंग निर्धारित है.
चंद्रयान लैंडिंग से संबंधित सभी जानकारी के लिए, इसरो ने ट्वीट और लाइव वीडियो प्रसारण के माध्यम से अपडेट प्रसारित करने की योजना बनाई है. एजेंसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए आगामी शेड्यूल के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है.