18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में बूस्टर खुराक के लिए कॉर्बेवैक्स वैक्सीन को मंजूरी दी गई है. कॉर्बेवैक्स वैक्सीन को इंट्रामस्क्युलर रूप से प्रशासित किया जाता है. इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है. इससे पहले अप्रैल के अंत में भारत के ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ने 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कॉर्बेवैक्स के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दी थी.
बच्चों का टीकाकरण
आपको बता दें कि, इस साल मार्च में जब भारत में 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया था, उस समय कॉर्बेवैक्स वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था. सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम के तहत इसकी कीमत 145 रुपये तय की गई थी.
बायोलॉजिक्स ई लिमिटेड
मिली जानकारी के अनुसार, बायोलॉजिक्स ई लिमिटेड ने कहा है कि 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को कोवैक्सिन या कोविशील्ड की प्राथमिक खुराक प्राप्त करने के बाद छह महीने के लिए कॉर्बेवैक्स की बूस्टर खुराक दी जा सकती है. इसमें कहा गया है कि बीई का कॉर्बेवैक्स भारत का पहला वैक्सीन है. जिसे देश में अलग बूस्टर डोज के रूप में मंजूरी दी गई है. कंपनी ने अपने क्लिनिकल ट्रायल का डेटा डीसीजीआई को सौंप दिया है.