क्रिकेट जगत में एक बार फिर स्पॉट फिक्सिंग का मामाला सामने आया है. जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर ब्रैंडन टेलर ने आज यानी सोमवार को एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कई गहरे खुलासे किए हैं.
क्रिकेट जगत में एक बार फिर स्पॉट फिक्सिंग का मामाला सामने आया है. जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर ब्रैंडन टेलर ने आज यानी सोमवार को एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कई गहरे खुलासे किए हैं. ब्रैंडन टेलर के मुताबिक उन्हें स्पॉट फिक्सिंग के लिए अप्रोच किया गया था और ऐसा किसी भारतीय बिजनेस मैन ने किया था. इसके अलावा ब्रैंडन टेलर को कोकेन भी दी गई थी, जिसके बाद उनका वीडिया बना कर उन्हें ब्लैकमेल किया गया.
ब्रैंडन टेलर पर ICC ने लगाया बैन
इस खुलासे के बाद शानदार खिलाड़ी के तौर पर जाने जाने वाले ब्रैंडन टेलर पर ICC ने बैन लगा दिया है. वहीं जल्द ही इस मामले में ICC कुछ खुलासे कर सकता है. जिम्बाव्वे के लिए 200 से ज्यादा वनडे मुकाबले खेल चुके ब्रैंडन टेलर ने इस दुख वाले वक्त में साथ देने के लिए अपने परिवार का शुक्रिया अदा किया है लेकिन 25 जनवरी से वह रिहैबिलेशन में जा रहे हैं, ताकि ड्रग्स की लत से बाहर आ सकें और जो हालात बिगड़े हैं उन्हें सुधारकर जिंदगी को फिर पटरी पर ला सकें.
मेंटल हेल्थ पर भी हुआ असर
ब्रैंडन टेलर ने अपने बयान में बताया कि 'मैं पिछले दो साल से एक भार को उठाकर चल रहा था, अब ये मेरी मेंटल हेल्थ पर असर करने लगा है और मुझे एक डार्क फेज़ में ले आया है. अक्टूबर, 2019 में उन्हें किसी भारतीय बिजनेसमैन ने अप्रोच किया, जिसमें स्पॉन्सरशिप से जुड़ी चर्चा करने की बात कही गई.
भारत आने के लिए दिए 15 हजार डॉलर
ब्रैंडन टेलर के मुताबिक, उन्हें जिम्बाब्वे में टी-20 लीग शुरू करने का प्लान बताया गया और भारत आने के लिए भी 15 हजार डॉलर दिए गए. "मैं ये सुनकर कुछ चिंता में था, लेकिन जिम्बाब्वे बोर्ड से उन्हें 6 महीने से पैसे नहीं मिले थे और क्रिकेट का भविष्य अंधेरे में था. ऐसे में मैं इस सफर के लिए निकल पड़ा, जहां मैं बिजनेसमैन और उनके साथियों के साथ डिनर में शामिल हुआ."
वीडियो दिखाकर धमकी दी
उन्होंने आगे बताया कि "जब वहां ड्रिंक्स चल रही थी, तब मुझे कोकेन ऑफर किया गया. वो लोग उसका सेवन कर रहे थे, लेकिन मैंने भी कर लिया. उसकी उसकी अगली सुबह वही इंसान मेरे कमरे में आया और मेरी वीडियो दिखाई. कोकेन करते हुए मेरी वीडियो दिखाकर धमकी दी गई कि मैं उनके लिए इंटरनेशनल मैच स्पॉट फिक्स करूं, वरना वीडियो रिलीज़ कर दिया जाएगा."
6 लोगों ने ब्रैंडन टेलर को घेरा
ब्रैंडन टेलर ने आगे माना कि "होटल के कमरे में 6 लोगों ने उन्हें घेर लिया था, जिसके बाद 15 हजार डॉलर दिए गए और स्पॉट फिक्सिंग के लिए कहा गया और वादा किया गया कि काम होने पर 20 हजार डॉलर और भी दिए जाएंगे. मुझे अपनी जान बचानी थी, इसलिए मैंने वो पैसे ले लिए ताकि मैं घर वापस आ सकूं."
बिजनेसमैन भी उनपर दबाव बनाया
उन्होंने खुलासा किया कि "जब वह घर आए तो उनकी तबीयत खराब रहने लगी, वह स्ट्रेस में थे और लगातार दवाई खा रहे थे. इसके बाद बिजनेसमैन भी उनपर दबाव बना रहा था कि जो पैसा दिया है, उसका नतीजा दिया जाए. करीब चार महीने तक ये सब सहने के बाद ब्रैंडन टेलर ने इस बारे में आईसीसी को जानकारी दी."