बाबा बागेश्वर धाम यानी धीरेंद्र शास्त्री के पटना पहुंचने के बाद चल रही हनुमंत कथा और दिए जा रहे बयानों पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है.
बाबा बागेश्वर धाम यानी धीरेंद्र शास्त्री के पटना पहुंचने के बाद चल रही हनुमंत कथा और दिए जा रहे बयानों पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बनाने के बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई लड़कर संविधान बना था. संविधान में इसका नामकरण क्या था, यह तो सभी जानते हैं, फिर इसे कैसे बदला जा सकता है. नीतीश कुमार ने कहा कि देश का नाम कोई कैसे बदल सकता है. कुछ लोग कुछ भी कहते हैं, इसका कोई मूल्य नहीं है.
आजादी की लड़ाई
बाबा बागेश्वर धाम यानी धीरेंद्र शास्त्री के पटना पहुंचने के बाद चल रही हनुमंत कथा और दिए जा रहे बयानों पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है. बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र बनाने के बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई लड़कर संविधान बना था. संविधान में इसका नामकरण क्या था, यह तो सभी जानते हैं, फिर इसे कैसे बदला जा सकता है. नीतीश कुमार ने कहा कि देश का नाम कोई कैसे बदल सकता है. कुछ लोग कुछ भी कहते हैं, इसका कोई मूल्य नहीं है.
देश की नीतियों से कोई लेना-देना नहीं
नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह के बयान देने वालों का देश की नीतियों से कोई लेना-देना नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि आज जो बोल रहे हैं वे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पैदा हुए हैं. वे क्या जानते हैं? सभी धर्मों को स्वीकार किया जाना चाहिए और उनका सम्मान किया जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि हैरानी होती है कि कोई इस तरह कैसे बोल सकता है. किसी भी धर्म की पूजा करो, सबको आजादी है. इस देश में कई धर्म हैं..सबका सम्मान होना चाहिए.
नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके। बल्कि कहा कि संविधान में भी बदलाव का नियम है. दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत से कुछ भी बदला जा सकता है और इसके लिए सभी दलों की सहमति आवश्यक है. नीतीश ने कहा कि सभी धर्मों की एकता बनी रहेगी, कोई कुछ नहीं कर सकता. बाबा बागेश्वर के बयान पर नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने हमेशा सभी धर्मों के लोगों की मदद की है. मैं देश के कोने-कोने में गया हूं. कहीं कोई दिक्कत नहीं है.