Araria Journalist Murder Case: बिहार के अररिया में पत्रकार की हत्या मामले में पुलिस ने 8 लोगों को आरोपी बनाया है. अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. वहीं 2 लोग अब भी फरार हैं. पुलिस गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. अब इस मामले पर सियासत भी शुरु हो गई है.
Araria Crime News: बिहार के अररिया जिले में पत्रकार विमल यादव की बीते दिन शुक्रवार को बदमाशों ने गोली मारकर हत्या दी थी. बिहार पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को आरोपी बनाया है. अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर भी कर लिया गया है. हालांकि अभी भी दो आरोपी फरार है. पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है. इस बीच बिहार पुलिस ने बयान दिया है.
8 को बनाया गया आरोपी
बिहार पुलिस ने कहा कि अररिया में पत्रकार की हत्या के मामले में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है. 4 आरोपियों विपिन यादव, भावेश यादव, आशीष यादव और उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. 2 आरोपी रूपेश यादव और क्रांति यादव अररिया जेल में हैं और पुलिस उन्हें रिमांड पर ले रही है. 2 अभी आरोपी फरार हैं.
पुलिस लगातार कर रही छापेमारी
वहीं, पूर्णिया के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी ने कहा कि, " कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. हमारी 4 टीमें अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं. हमें कुछ जानकारी मिली है और उसके आधार पर हमें इसमें सफलता मिलने की उम्मीद है. मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो."
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पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने बिहार सरकार पर साधा निशाना
बता दें कि अररिया में पत्रकार की दिन दहाड़े हत्या के बाद से बिहार प्रशासन और सरकार पर सवाल उठने लगे हैं. इस पर जमकर राजनीति भी हो रही है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पत्रकार की हत्या को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, पत्रकार की हत्या हो रही है. बलात्कार और हत्याएं हो रही हैं. राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति जर्जर हो गई है. इन लोगों ने घमंडिया गठबंधन बनाया है. ये लोग बस स्वप्न देख रहे हैं कि अगला लोकसभा चुनाव जीतेंगे. बिहार की जनता उब गई है.
गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफा देने की बात कह दी है. उन्होंने कहा कि जिस राज्य में पत्रकार और पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं, जहां महिला विधायक खुद को सुरक्षित नहीं मानती, उसके बाद भी नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए दिल्ली का दौरा करें, विपक्षी एकता की बात करें, इससे अच्छा है कि वे इस्तीफा दे दें. बिहार की जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी कि फिर जंगलराज आए. हालात फिर से वही हो गए हैं.