जानिए कोविड-19 के बीच होने वाले बड़े बिहार विधानसभा चुनाव से जुड़ी हर जानकारी के बारे में यहां।
कोरोना वायरस के कहर के बीच बिहार चुनाव का ऐलान कर दिया गया है। इलेक्शन कमिशन की ओर से बिहार चुनाव की डेट और पूरा शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इसमें चुनाव 3 स्तर पर होने वाले हैं। वही, बिहार असेम्बली के चुनाव का परिणाम 10 नवंबर को घोषित होने वाले हैं। बिहार चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया, "हमारे देश में पिछले प्रमुख चुनाव के बाद से दुनिया काफी बदल गई है, जो दिल्ली विधानसभा के लिए आयोजित किया गया था और कोविद -19 महामारी ने हर पहलू में एक नए सामान्य जीवन को काफी प्रभावित किया है। ऐसे में आइए क्यों न जानते हैं बिहार चुनाव से जुड़ी हर अहम जानकारियों के बारे में यहां जोकि कुछ तरह से है।
1, कब है बिहार चुनाव?
बिहार चुनाव 11 दिनों के अंदर तीन चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होगा जोकि 71 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होगा और इसमें 94 सीटें शामिल होंगी। तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा और इसमें 78 विधानसभा सीटें होंगी।
2. कितने निर्वाचन-क्षेत्र पर लोग वोट देंगे?
243 सीटों वाली राज्य विधानसभा के लिए बिहार में चुनाव होगा।
3. बिहार चुनाव में कितने लोग वोट देंगे?
वर्तमान अनुमानों के अनुसार, 2020 के बिहार चुनाव में लगभग 7.29 करोड़ लोग मतदान करेंगे। इसमें से करीब 78 लाख पहली बार मतदाता होंगे।
4. बिहार चुनाव के परिणाम कब सामने आएंगे?
2020 के बिहार चुनाव के परिणाम 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
5. बिहार चुनाव में मुख्य गठबंधन कौन से हैं?
बिहार चुनाव में जो मुख्य गठंधन हैं उनके नाम राष्ट्रीय डेमोक्रेट गठबंधन (NDA), महागठबंधन, ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट, प्रोग्रेस डेमोक्रेटिक फ्रंट और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलायंस है।
6, बिहार चुनाव में प्रमुख चेहरा कौन सा है?
- नीतीश कुमार (JDU)
-सुशील कुमार मोदी (BJP)
- तेजस्वी यादव (RJD)
- तेजप्रताप यादव (RJD)
-चिराग पासवान (LJP)
- उपेंद्र कुशवाहा (RLSP)
- जीतन राम मांझी (HAM)
- मुकेश सहानी (VIP)
- पुष्पम प्रिया चौधरी (प्लुरल्स पार्टी)
- पप्पू यादव (JAP)
7. पिछले साल ऐसे हुए थे विधानसभा चुनाव?
पिछला विधानसभा चुनाव 2015 में बिहार में आयोजित किया गया था। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन ने जदयू, राजद और कांग्रेस को एक साथ लाने का काम किया और 178 सीटों के साथ बहुमत हासिल की। भाजपा की अगुवाई में एनडीए 58 सीटों को हासिल करने में सफल रही और नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने। हालांकि, 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल हो गई। जहां नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहे, वहीं भाजपा से सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया।
8. बिहार चुनाव पर कोविड-19 कैसा होगा असर?
बिहार पहला राज्य है जहां कोविड -19 महामारी के बीच एक बड़ा चुनाव हो रहा है। चुनाव आयोग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य में चुनाव प्रचार, नामांकन, मतदान और मतगणना के लिए कोविड -19 को रोकने के लिए व्यवस्था की गई है, जिसमें 7.29 करोड़ पंजीकृत मतदाता शामिल हैं।
- 243 सदस्यीय बिहार चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि 243-सदस्यीय बिहार चुनावों के लिए चरणों की संख्या को सुरक्षा व्यवस्था और त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए कम किया गया है।
- मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो जाएगा लेकिन वामपंथी-चरमपंथ प्रभावित क्षेत्रों के अलावा अवधि एक घंटे शाम को 6 बजे तक बढ़ाई जाएगी, ताकि कोविड -19 मरीज दिन के आखिरी बचे घंटे में मतदान कर सकें।
- मतदाताओं के लिए विशेष प्रोटोकॉल दिया गया है जोकि कोविड-पॉजिटिव मरीज हैं।
- चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार चुनाव के लिए सात लाख हैंड सैनिटाइज़र्स, 46 लाख मास्क, 6 लाख पीपीई किट आदि की व्यवस्था की गई है। मतदाताओं और पोलिंग स्टाफ को मास्क और दस्ताने का उपयोग करना होगा।
- नामांकन प्रस्तुत करने के लिए उम्मीदवार के साथ जाने वालों की संख्या दो तक सीमित कर दी गई है, जबकि डोर-टू-डोर अभियान में उम्मीदवार सहित अधिकतम पांच लोग हो सकते हैं।
- ट्विटर, व्हाट्सएप, फेसबुक और यूट्यूब अब कैनवसिंग के लिए काफी प्रभावी माध्यम हैं। नामांकन और शपथ पत्र दाखिल करने और सुरक्षा राशि जमा करने के लिए उम्मीदवार ऑनलाइन विकल्प का उपयोग कर रहे हैं।
- चुनाव प्रचार और कोविड -19 के जोखिमों को कम करने के लिए 9 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने बिहार में राजनीतिक दलों को आवंटित दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो पर प्रसारण और टेलीकास्ट का समय दोगुना कर दिया।
- चुनाव आयोग ने कोविद -19 महामारी के मद्देनजर मान्यता प्राप्त दलों के अधिकतम स्टार प्रचारकों की संख्या 40 से घटाकर 30 कर दी है।
-एक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1,500 से 1,000 तक कम होगी। इसका मतलब दोनों चुनावों के बीच मतदान केंद्रों की संख्या 65,367 से 1,06,526 हो जाएगी।
- पैरामेडिक्स मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की थर्मल स्कैनिंग करेंगे।
9. क्या है मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट?
आदर्श आचार संहिता में चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक दलों और उनकी गतिविधियों को विनियमित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले दिशानिर्देशों की एक सूची शामिल होती है। नियम न केवल राजनीतिक भाषणों, मतदान दिवस, मतदान केंद्रों, विभागों, रैलियों, सामान्य आचरण, चुनाव घोषणा पत्रों की सामग्री पर लागू होते हैं बल्कि यहां तक कि उनके ऑनलाइन सोशल मीडिया गतिविधि पर भी लागू होते हैं।
10. ईवीएम क्या है?
ईवीएम एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन होती है। इसके जरिए हमारे वोटों को सही से इक्ट्ठा करके रखा जाता है। इतना ही नहीं उनकी गिनती भी आसानी से हो जाती है। लेकिन कई बार चुनावों में इस मशीन के उपयोग पर सवाल खड़े किए गए हैं।