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'भारत रत्न' पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की आज पहली पुष्यतिथि है. प्रणब दा का निधन 31 अगस्त 2020 को दिल्ली के आर्मी अस्पताल में हुआ. प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, उनकी सर्जरी भी हुई थी. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. प्रणब मुखर्जी को याद करते हुए सीएम योगी ने लिखा-
वरिष्ठ राजनेता, भारतीय राजनीति में कर्मठता, शुचिता एवं समर्पण की प्रतिमूर्ति, 'भारत रत्न', पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. राष्ट्र निर्माण हेतु आपके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों को सदैव स्मरण किया जाएगा.
प्रणब दा 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति रहेवरिष्ठ राजनेता, भारतीय राजनीति में कर्मठता, शुचिता एवं समर्पण की प्रतिमूर्ति, 'भारत रत्न', पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 31, 2021
राष्ट्र निर्माण हेतु आपके द्वारा किए गए रचनात्मक कार्यों को सदैव स्मरण किया जाएगा।
भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी का 31 अगस्त को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया. कांग्रेस और देश के दिग्गज नेता रहे प्रणब दा 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति रहे. इससे पहले वे छह दशकों तक राजनीति में सक्रिय रहे और उन्हें कांग्रेस का संकटमोचक माना जाता था. 2019 में उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया. वे इंदिरा गांधी के विश्वासपात्र लोगों में से एक रहे. प्रणब मुखर्जी ने कई किताबें लिखी. प्रणव
देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे
प्रणव मुखर्जी का जन्म बीरभूम जिले के मिरती गांव में 11 दिसंबर, 1935 को हुआ. उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे और 1952 से 1964 के बीच बंगाल विधायी परिषद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि रहे.
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