जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह व उनके सहयोगी संतोष विक्रम को अपहरण और रंगदारी के मामले में न्यायाधीश शरद त्रिपाठी द्वारा दोषी करार कर दिया गया है।
जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह व उनके सहयोगी संतोष विक्रम को अपहरण और रंगदारी के मामले में न्यायाधीश शरद त्रिपाठी द्वारा दोषी करार कर दिया गया है। इस मामले पर सजा के लिए सनी 6 मार्च को की जाएगी कोर्ट की तरफ से 4 साल पुराने मामले में या फैसला कल लिया जाएगा। बता दें कि, पूर्व सांसद धनंजय सिंह को एसटीपी के प्रोजेक्ट मैनेजर को धमकी देने और अपहरण से मांग लेंगे दोषी करार ठहराया गया है। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि, पुलिस ने पूर्व सांसद को हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया है।
धनंजय सिंह ने दिखाई रंगदारी
मुजफ्फरनगर निवासी नमामि नंगी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 लाइन बाजार थाने में अपहरण रंगदारी के अलावा अन्य मामलों में धनंजय सिंह व उनके सहयोगी विक्रम पर एफआईआर दर्ज कराया है। बता दें कि, संतोष विक्रम दो साथियों के साथ वादी का अपहरण करके पूर्व सांसद के आवास पर लाए, इसके बाद धनंजय सिंह पिस्तौल लेकर पहुंचे और गालियां देते हुए वादी को कम गुणवत्ता वाली सामग्री की आपूर्ति करने के लिए दबाव बनाया, इनकार करने पर धनंजय सिंह रंगदारी दिखाने लगे।
मामले में कल आएगा कोर्ट का फैसला
इस पूरे मामले को लेकर एफआईआर दर्ज की गई उसके बाद पूर्व सांसद को गिरफ्तार किया गया, इतना ही नहीं बाद में जमानत भी हो गई थी। जौनपुर से चुनाव लड़ने की कोशिश करने वाले पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर कानून का शिकंजा अभी भी कसा हुआ है, वहीं अब अपहरण और रंगदारी के मामले में एमपी - एमपीएल कोर्ट कल फैसला सुनाएगी। बता दे कि, इस समय जौनपुर से बसपा के श्याम सिंह सांसद है, साल 2019 के चुनाव में बीजेपी के कृष्ण प्रताप सिंह को श्याम सिंह ने हराया था। वहीं, अब बीजेपी ने आगामी चुनाव के लिए शंकर सिंह को मैदान में उतारा है। इस दौरान अब यह देखना है कि इंडिया गठबंधन में यह सीट सपा के पास है और सपा किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी।