शाइस्ता ने प्रयागराज में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें उन्होंने धूमनगंज थाने की पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके बेटों को पुलिस शुक्रवार की रात घर से उठाकर ले गई है और अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है
उमेश पाल और उनके गनर की हत्या में नामजद हुईं अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को अब अपने बेटों की चिंता सता रही है. उन्हें पुलिस एनकाउंटर का डर सता रहा है. यही नहीं शाइस्ता को इस बात का भी डर है कि पुलिस उनके पति अतीक और देवर अशरफ की हत्या कर सकती है. शाइस्ता ने इसे लेकर सीएम योगी आदित्य नाथ को पत्र लिखा है. शाइस्ता परवीन पत्र में प्रयागराज पुलिस कमिश्नर और STF एडीजी पर अतीक अहमद की हत्या की सुपारी लेने के आरोप लगाए हैं. पत्र में उन्होंने लिखा है कि उमेश हत्याकांड में उनके परिवार का कोई लेना देना नहीं है. शाइस्ता ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है.
अधिकारी मेरे बेटों की हत्या करना चाहते हैं
शाइस्ता ने प्रयागराज में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें उन्होंने धूमनगंज थाने की पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके बेटों को पुलिस शुक्रवार की रात घर से उठाकर ले गई है और अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है. इस पत्र में उन्होंने ये भी कहा है कि थाने की पुलिस के द्वारा कोई जानकारी प्रदान नहीं की जा रही है. इसलिए अदालत से प्रार्थना है कि थाना धूमनगंज से रिपोर्ट मंगा ली जाए और तत्काल आवश्यक कार्यवाही की जाए.
राजू पाल हत्या के मुख्य गवाह की हत्या
गौरतलब है कि बसपा के विधायक रहे राजू पाल की हत्या 2005 में कर दी गई थी. हत्या का आरोप पूर्व सांसद बाहुबली अतीक अहमद और उनके भाई पर लगा है. मालूम हो कि अतीक गुजरात के अहमदाबाद की जेल में तो अशरफ बरेली सेंट्रल जेल में बंद है. राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल लगातार अतीक अहमद के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए थे.
शुक्रवार को राजू पाल हत्याकांड की सुनवाई के बाद घर लौट रहे थे. तभी उमेश पाल पर आधा दर्जन हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी. इसमें उमेश पाल समेत उनके गनर की मौत हो गई. जबकि एक गनर घायल हो गया. गनर राघवेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है. उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.