केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे पर बिहार के सीमांचल इलाके में हैं. उन्होंने पूर्णिया में जन भावना सभा को संबोधित किया. अमित शाह ने बैठक में कहा कि लालू-नीतीश की जोड़ी उनके आने से पेट दर्द से पीड़ित है. साथ ही कहा कि कुटिल राजनीति करके नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नहीं बन सकते. 2025 के विधानसभा चुनाव में भी उनका कहर साफ हो जाएगा.
गृह मंत्री अमित शाह एयरपोर्ट से किशनगंज पहुंचे और माता गुजरी यूनिवर्सिटी पहुंचे. इस दौरान कई केंद्रीय मंत्रियों और विधायकों का काफिला उनके साथ रहा. सड़क पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. माता गुजरी विश्वविद्यालय में भाजपा सांसदों, विधायकों और पूर्व मंत्रियों के साथ 5 बजे से बीजेपी स्टेट कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे. लालू और नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि जैसे बिहार में पहले क्या हो रहा था? यह तो सभी जानते हैं. दिनदहाड़े हुए अपहरण, फिरौती मांगी गई, हत्याएं हुईं. तब लालू जी लाठियां निकालते थे. अब लालू-नीतीश दोनों गांधी मैदान में लाठियां बरसाएंगे. बताओ कैसा सीन होगा.
अपहरण का राज
अमित शाह ने कहा, सीमावर्ती जिलों में आदिवासियों पर बहुत अत्याचार होता है. उन्हें भगाया जा रहा है. आदिवासी समाज की द्रौपदी मुर्मू को अध्यक्ष बनाने का काम भाजपा ने किया. अमित शाह ने लोगों से पूछा- क्या वे फिर से जंगलराज, फिरौती वाला और अपहरण का राज चाहते हैं? जब लालू सरकार में हैं तो इसे कौन रोक सकता है. बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई. न्यू ललन सिंह को बिहार में नेता बनाया गया है. आप चारा घोटाले के खिलाफ आवाज उठाते थे.