बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस अमीषा पटेल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. ठगी के एक मामले में शनिवार को अमीषा पटेल चेहरा ढंककर रांची सिविल कोर्ट में चुपचाप पेश होने पहुंचीं. इसके बाद एक्ट्रेस ने सरेंडर कर दिया.
फिल्म अभिनेत्री अमीषा पटेल और उनके बिजनेस पार्टनर कुणाल गुमर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. उन पर पैसे लेकर म्यूजिक एल्बम नहीं बनाने का आरोप है. इसके अलावा उन पर धोखाधड़ी और धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है. अमीषा पटेल को कोर्ट में पेश होने के बाद 21 जून तक सशर्त जमानत दी गई है. इस मामले में अगली सुनवाई 21 जून को होगी. कोर्ट ने अमीषा पटेल को भी हाजिर होने का आदेश दिया है.
चेक बाउंस का मामला
रांची के अजय कुमार सिंह ने 17 नवंबर 2018 को सीजेएम कोर्ट में यह केस किया था. आरोप है कि अमीषा पटेल ने म्यूजिक मेकिंग के नाम पर अजय कुमार सिंह से 2.5 करोड़ रुपये लिए, लेकिन इसके बाद उन्होंने म्यूजिक मेकिंग की तरफ कोई कदम नहीं बढ़ाया. इसके बाद वह 5 साल तक कोर्ट और शिकायतकर्ता को गुमराह करती रही. दूसरी ओर, शिकायतकर्ता अजय ने मीडिया को बताया कि उसने 2018 में अभिनेत्री अमीषा पटेल के खिलाफ 3 करोड़ रुपये के चेक बाउंस का मामला दर्ज कराया था. उन्होंने बताया कि पहले अमीषा ने टैक्स पेमेंट के नाम पर उनसे 20 लाख रुपये मांगे थे, जो उन्होंने दोस्ती के चलते दिए. तब अमीषा ने कहा था कि मैं एक फिल्म बना रही हूं, जिसमें उन्हें 2.50 करोड़ रुपए चाहिए.
ब्याज समेत लौटाएंगी पैसा
अमीषा पटेल ने कहा कि वह पैसा ब्याज समेत लौटा देंगी. लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी जब अजय को पैसे नहीं मिले तो उसने उससे पैसे की मांग की तो उसने उसे तीन करोड़ रुपये का चेक ब्याज सहित दे दिया. जब वह चेक बैंक में जमा किया गया तो वह बाउंस हो गया, जिसके बाद अजय ने उसे बताया कि उसके खिलाफ मामला हो सकता है, तब अभिनेत्री ने कहा कि मामले की चिंता क्या करें, जिस पर अजय ने अदालत में शिकायत का मामला दायर किया. जिसे अमीषा पटेल हाईकोर्ट गई थीं.
गैर जमानती वारंट जारी
अब कोर्ट ने कहा कि अगर अमीषा पटेल सशर्त कोर्ट में पेश नहीं होती हैं तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है. उन्हें 21 जून को कोर्ट आना था. लेकिन डर के मारे वह 2 दिन पहले ही कोर्ट में हाजिर हो गई. वहीं अजय की वकील स्मिता पाठक ने मीडिया को बताया कि हमने एक्ट्रेस के खिलाफ 2018 में कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, चेक बाउंस के मामले में उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया था. साथ ही यह उनका आखिरी मौका भी था। नहीं तो 21 तारीख को उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो जाता.