इस बार के बजट सत्र में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसी के आधार पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग रखी गई है। मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई राजनेता शामिल हुए हैं।
इस बार के संसद बजट सत्र को लेकर सभी पार्टियों के फ्लोर लीडर्स के साथ संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, संसदीय कार्यराज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल, वी मुरलीधरन वीडियो और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक मीटिंग कर रहे हैं। बजट सत्र अच्छे से चले और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा को लेकर सभी विपक्षी दल शामिल हो इसको लेकर मीटिंग की जा रही है।
सभी विपक्षी दलों को सरकार की ओर से ये आश्वस्त किया गया है कि सरकार कृषि कानून समेत सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसा इसीलिए क्योंकि पहले बजट सत्र के पहले ही दिन 20 विपक्षी पार्टियो नें राष्ट्रपति के अभिभाषण का पूरी तरह से बहिष्कार किया था। ऐसे में सरकार की ये कोशिश है कि इस सत्र में ऐसा न हो।
इसके अलावा दूसरी ओर लोजपा प्रमुख चिराग पासवान इस बैठक में नहीं आने वाले हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि चिराग की तबीयत खराब चल रही है। उन्हें काफी तेज बुखार है। इसके अलावा उन्होंने कोरोना टेस्ट के लिए अपने सैम्पल भी दिए हैं। इसी के साथ ही वो एनडीए की बैठक में भी शामिल नहीं होने वाले हैं।
ऐसा कहा जा रहा है कि शुक्रवार को संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले राष्टॅपति के अभिभाषण से पहले विपक्ष के नेताओं ने जमकर हंगामा किया था। कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने कृषि कानूनों को वापस करने के लिए संसद परिसर के भीतर महात्म गांधी की प्रतिमा पर धरना प्रदर्शन किया था।
अभिभाषण के बहिष्कार को लेकर कांग्रेस सांसद रंजन चौधरी ने कहा था राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करना उनका अपमान नहीं है। हम किसानों के साथ खड़े हैं और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
अभिभाषण के बहिष्कार को लेकर कांग्रेस सांसद रंजन चौधरी ने कहा था राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करना उनका अपमान नहीं है। हम किसानों के साथ खड़े हैं और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की यह सबसे बड़ी वजह है। हम अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस में हिस्सा लेंगे।