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आजमगढ़ में अखिलेश का सिक्का नहीं जमा, क्यों आया ऐसा परिणाम

सपा का गढ़ माने जाने वाले रामपुर में आजम खां की सत्ता कायम नहीं रह सकी और आजमगढ़ में भी यादव परिवार के हौसले पस्त हो गए.

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By Pooja Mishra | खबरें - 27 June 2022

सपा का गढ़ माने जाने वाले रामपुर में आजम खां की सत्ता कायम नहीं रह सकी और आजमगढ़ में भी यादव परिवार के हौसले पस्त हो गए. चुनाव के नतीजे को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या आजम खान की हैसियत अब उसी तरह समाजवादी पार्टी में बनी रहेगी या नहीं.

रामपुर और आजमगढ़
रामपुर और आजमगढ़ में लोकसभा सीटों के उपचुनाव में, वे अपनी पारंपरिक सीटें समाजवादी पार्टी से हार गए. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना ​​है कि आजमगढ़ और रामपुर सीटों के हारने से न केवल यादव परिवार बल्कि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के कद का भी आकलन होने लगेगा. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि रामपुर में लोकसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में जिस तरह से संघर्ष हुआ और आजम खान समेत तमाम ताकतवर नेताओं के बीच तनाव का दौर चला. इससे समाजवादी पार्टी में चुनाव परिणाम और फिर राजनीतिक स्थिति का आकलन किया जाएगा। उनका कहना है कि अब इसका सबसे बड़ा निशाना सपा के मजबूत नेता आजम खान होंगे.


भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी के नेता और युवा मोर्चा के प्रवक्ता मोहित शर्मा का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के शासन में किस तरह की कानून व्यवस्था चल रही है, इसका अंदाजा उत्तर प्रदेश की जनता को है. योगी-मोदी की डबल इंजन सरकार न सिर्फ प्रदेश का विकास कर रही है, बल्कि यहां बुलडोजर चल रहे हैं. मोहित का कहना है कि रामपुर और आजमगढ़ में जीत भारतीय जनता पार्टी की नीतियों के कारण हुई है.

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