Story Content
दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में नए साल के पहले दिन हुए सड़क हादसे ने हर किसी को हैरान कर दिया है. दरअसल बलेनो कार में सवार कुछ लड़कों ने एक लड़की की स्कूटी को टक्कर मार दी और उसे कई किलो मीटर तक घसीटते हुए ले गए. इस हादसे में लड़की की दर्दनाक मौत हो गई और उसका शव कंझावला इलाके में बिना कपड़ों के पाया गया. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी उम्र 20 साल बताई जा रही है.
आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि 1 जनवरी की सुबह 3.24 बजे पुलिस को जानकारी मिली कि कुतुबगढ़ की ओर एक बलेनो कार जा रही है, जिसमें एक बॉडी बंधी हुई है और वह नीचे लटक रही है. कॉल करने वाले ने पुलिस को कार का नंबर भी बताया. इसके बाद 4.11 बजे कार को ट्रेस कर आरोपियों को पकड़ लिया गया
परिजनों ने बलात्कार की आशंका जताई
दिल्ली में इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद लड़की के घर वालों ने मृतका के साथ बलात्कार की आशंका जताई है. इस केस में पुलिस ने 279 और 304A की धारा लगाई है. ये दोनों धाराएं जमानती हैं. यानी थाने से आरोपियों की जमानत हो जाएगी.
जानकारों के मुताबिक पांचों लड़कों पर 304 की धारा लगनी चाहिए थी, क्योंकि लड़की का एक्सीडेंट करने के बाद वे रुके नहीं और उसको गाड़ी के नीचे घसीटते हुए ले गए. दसरी ओर पुलिस ने बलात्कार की बात से इनकार किया है. पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी खबर झूठी है और फेक न्यूज फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
घर में अकेली कमाने वाली थी लड़की
लड़की के परिजनों का कहना है कि वहीं एक घर में कमाने वाली थी, लड़की प्राईवेट जॉब करती थी इसी से परिवार का खर्चा चलता था .
DCP का बयान
दिल्ली पुलिस के आउटर जिले के DCP हरेन्द्र सिंह ने बताया कि रविवार तड़के करीब 3 बजे कंझावला इलाके में पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली. इसमें बताया गया कि एक लड़की निर्वस्त्र हालत में सड़क के किनारे पड़ी है. इस सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची.
आरोपियो ने पुलिस को दिए बयान
आरोपियो ने पुलिस को बताया कि उनकी गाड़ी में म्यूजिक इतना लाऊड था कि उनको पता ही नहीं चला कि कब उनका कार की टक्कर स्कूटी से हो गई और लड़की को 10-12 किलो मीटर तक घसीटती हुई चली गई. हालांकि पुलिस आरोपियो के द्वारा किए गए दावे की भी जांच कर रही है.
दिल्ली पुलिस पर उठे सवाल
जिस दिल्ली पुलिस ने नए साल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को पकड़ने के लिए हज़ारों पुलिस कर्मीयों को सड़क पर उतार दिया था, उसी पुलिस पर अब सवाल खड़े हो रहे है कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस होने का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस उस 10 से 12 किलोमीटर की सड़क पर क्यों नहीं थी जहां लड़की को गाड़ी के नीचे घसीटा गया.
चश्मदीद का बयान
इस मामले के चश्मदीद दीपक का कहना है कि वह सुबह 5 बजे तक पुलिस को कॉल कर घटना की जानकारी देता रहा, लेकिन मौके पर कोई नहीं आया. दीपक ने कहा कि उसने बेगमपुर तक कार का पीछा किया. आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस होश में नहीं थी और पुलिस ने घटना को लेकर चश्मदीद की बात सुनने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
जब तक कार में शव फंसा था तब कार को दौड़ते रहे
दीपक ने कहा कि शव जब तक कार में फंसा रहा, तब तक कार को इधर-उधर कर दौड़ाते रहे. जब शव गिर गया तो वे उसे छोड़कर मौके से फरार हो गए. प्रत्यक्षदर्शी दीपक का कहना है कि कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि उसे चलाने वाला नॉर्मल है. सुबह के समय करीब 3:15 बजे दीपक दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहे थे, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा. उस कार में पीछे के पहियों से तेज आवाज आ रही थी
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने किया ट्वीट
हादसे को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि दिल्ली के कंझावला में एक लड़की की लाश मिली है. बताया जा रहा है कि कुछ लड़कों ने नशे की हालत में गाड़ी से उसकी स्कूटी को टक्कर मारी और उसे कई किलोमीटर तक घसीटा. ये मामला बेहद भयानक है, मैं दिल्ली पुलिस को हाजिरी समन जारी कर रही हूं. पूरा सच सामने आना चाहिए.
Comments
Add a Comment:
No comments available.