अफगानिस्तान: महिलाओं का छलका दर्द, परिवार को लेकर काफी हैं परेशान

अफगानिस्तान को तालिबान ने कब्जे में ले लिया है. इसके बाद हालात काफी बिगड़ गए हैं. लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है.

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अफगानिस्तान को तालिबान ने कब्जे में ले लिया है. इसके बाद हालात काफी बिगड़ गए हैं. लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. लोगों में यह भी डर है कि आगे क्या होगा. ऐसे में महिलाओं और बाकी सबका बुरा हाल है वे सभी  रो-रोकर अपने दर्द को ब्यां कर रहे है.  इसके साथ ही  केरल की महिला निमिषा फातिमा अपने पति के हमले में मारे जाने के बाद अफगानिस्तान की एक जेल में बंद है. महिला का पति आतंकी संगठन ISIS का सदस्य था. तालिबान द्वारा काबुल पर नियंत्रण करने के बाद, फातिमा की मां ने सोमवार को कहा कि वह अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार उनकी बेटी को भारत वापस लाने की कोशिश करेगी.

फातिमा की मां बिंदु संपत ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि क्या करूं मेरा मानना ​​है कि वह अभी भी वहां (काबुल में) जेल में है. मैं केंद्र सरकार से उन्हें भारत वापस लाने की अपील करती हूं. उन्होंने कहा कि यह एक मां का दर्द है...आपातकाल है. मुझे उम्मीद है कि सरकार उन्हें भारत वापस लाने के लिए कदम उठाएगी. 

संपत ने कहा कि वह लगातार केंद्र सरकार के अधिकारियों को ईमेल भेज रही हैं और उन्होंने विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन के कार्यालय से भी संपर्क किया है, जो केरल से हैं.  उसने उससे अपनी बेटी को भारत वापस लाने और देश के कानून के अनुसार मुकदमा चलाने के अनुरोध में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया.  संपत ने कहा कि मैंने निमिषा के बारे में सरकारी अधिकारियों से कुछ भी नहीं छिपाया है. बेटी को बचाने के मेरे प्रयासों का यह 1882वां दिन है. 

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