दिल्ली शराब घोटाले में एक-एक करके 'आप' सरकार को शिकंजे में लिया जा रहा है। वही, अब इस मामले में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को आज ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया।
दिल्ली शराब घोटाले में एक-एक करके 'आप' सरकार को शिकंजे में लिया जा रहा है। वही, अब इस मामले में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को आज ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया। बता दें कि, मंत्री ईडी ऑफिस भी पहुंच गए। शराब घोटाले मामले में ताजा गिरफ्तारी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की हुई है, जो 1 अप्रैल तक ईडी कि रिमाद में रहेंगे। इससे पहले मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह को जेल के अंदर कर दिया गया है।
ईडी ने क्यों भेजा था समन
परवर्तन निदेशालय का यह कहना है कि, कैलाश उस ग्रुप का हिस्सा थे, जिन्होंने दिल्ली में नई शराब नीति को लागू किया था और वह मसौदे तैयार करने में भी शामिल थे। इसके बाद यह मसौदा साउथ ग्रुप के साथ लीक कर दिया गया था। इतना ही नहीं ईडी ने आगे बताते हुए कहा है कि, मंत्री कैलाश गहलोत ने दक्षिण के शराब कारोबारी विजय नायर को अपना सरकारी आवास भी दिया था। अब इस मामले में ईडी को यह शक है कि इस दौरान कैलाश गहलोत ने अपना मोबाइल नंबर भी कई बार बदला था।
क्या है ईडी का आरोप ?
ईडी का आरोप है कि, साउथ ग्रुप ने एक्साइज पॉलिसी के तहत शराब कारोबार के लाइसेंस के बदले 'आप' और उसके नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी। साउथ ग्रुप में भारत राष्ट्र समिति की नेता के कविता शामिल थीं। ईडी ने अपनी चार्जशीट में यह भी आरोप लगाया है कि गहलोत के पास एक ही सिम नंबर था, लेकिन उसका IMEI तीन बार बदला गया था।