केरल के तिरुवंनतपुरम में एक 89 वर्षीय बुजुर्ग महिला जो अपने बारे में कुछ भी बताये बिना कोविड ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों को खाने के पैकेट देकर फौरन चली जाती हैं.
कोविड-19 की दूसरी लहर से पूरी दुनिया सहमी हुई है. इस वैश्र्विक महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय है कि किसी भी हाल में संक्रमित के संपर्क में न आए. वही इस घातक स्तिथि में एक महिला ऐसी है जो चारों ओर नेकी फैला रही हैं. बता दें केरल के तिरुवंनतपुरम में एक 89 वर्षीय बुजुर्ग महिला जो अपने बारे में कुछ भी कहे बिना कोविड ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मियों को फूड्स के पैकेट देकर फौरन चली जाती हैं. यही नहीं अगर कोई उस बुजुर्ग महिला से उनका भी पूछता है तो उनका सिर्फ एक ही जवाब आता क्यों तुम्हें मुझसे शादी करनी हैं?
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अपनी नेकी को गुमनाम रखना चाहती हैं ये बुजुर्ग महिला
एक जाने माने अखबार ने उनकी तस्वीर अपने अख़बार में छापी तो हर कोई उनका नाम जानना चाहते थे. उनकी तस्वीर अख़बार के फोटोग्राफ़र विन्सेंट पल्लीकल ने खींची थी. उनके बारे में मालूम करने के लिए जब अखबार ने उनसे बात करनी चाही तो उन्होंने अपने बारे में कुछ भी बताने से साफ़ मना कर दिया. वो चाहती हैं कि उनकी नेकी गुमनाम ही रखे. अख़बार ने उनके इस फैसले का सम्मान किया और कोई भी जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं की.
अम्मा करती है चैरिटी का काम
बता दें कि अम्मा कई साल से इस शहर में रह रही हैं और ऐसे ही चैरिटी का काम करती रहती हैं. उनकी बेटी और दामाद तमिलनाडु के एक बड़े कॉलेज में सीनियर फ़ैकल्टी के पद पर हैं. वो आए दिन जरुरतमंदों को ढूंढकर उनकी फौरन मदद करती हैं.
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कोविड ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को देती है कोरोना-फी खाना
अम्मा की तस्वीर शहर भर में वायरल हुई जब वह एलएमएस जंक्शन पर कोविड की ड्यूटी पर पुलिसकर्मियों को खाने के पैकेट दे रही थी. यहां ड्यूटी पर मौजूद एक सिविल पुलिस अधिकारी ने कहा, "वह एक दिन पहले अपनी कार से गुजरी थी. हमने उसे नहीं रोका क्योंकि वह बहुत बूढ़ी थी और कार में अकेली थी. कुछ ही देर में वही गाड़ी फिर आई और हमारे सामने रुक गई. उन्होंने एक महिला पुलिसकर्मी को खाने का एक पैकेट सौंपा, जो उनसे बात करने गई थी. हम भोजन लेने से थोड़ा डरते थे, फिर उन्होंने खुद कहा कि भोजन कोरोना- फ्री है. "