भारतीय विमान कंपनियों के लिए घरेलू उड़ान की संचालन संख्या को कोविड से पहले के मुकाबले 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत कर दिया गया है साथ ही इसका उद्देश्य इस महामारी के दौरान घरेलू यात्रा के लिए हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से शुरू की गई उड़ान सेवा अब पटरी पर लौटने लगी है जिसमें यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।वही इंडियन एविएशन कम्पनीज के मंत्री हरदीप पुरी ने हाल ही में कहा कि भारतीय विमान कंपनियों के लिए घरेलू उड़ान की संचालन संख्या को कोविड से पहले के मुकाबले 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत कर दिया गया है। इससे पहले 26 जून से 45 प्रतिशत तक उड़ानों का संचालन करने की इजाजत थी जिसे 2 सितंबरको बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दिया गया। इसी के साथ मंत्री हरदीप पुरी ने 11 नवंबर को यह घोषणा की थी कि विमान कंपनियां कोविड से पहले के मुकाबले सिर्फ 70 प्रतिशत घरेलू यात्री उड़ानें संचालन कर सकती हैं साथ ही इसका उद्देश्य इस महामारी के दौरान घरेलू यात्रा के लिए हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाना है।
इसके साथ-साथ हरदीप पुरी ने यह भी बताया कि 25 मई में सिर्फ 30 हजार लोगों ने हवाई सफर किया था और 30 नवंबर तक यह संख्या 2.52 लाख तक पहुंच गई जिस वजह से एयरलाइन कंपनियों को फ्लाइट कैपेसिटी की संख्या 70 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत करने की इजाजत दे दी गई है। इसी के साथ यह क्रिसमस-नव वर्ष के दौरान ट्रेवल करने वालों के लिए राहत भरी खब़र है।
हालांकि सरकार ने पहले से ही कह रखा है कि सभी उड़ानों में कोरोना को लेकर सभी जरूरी सावधानियों और नियमों का पालन किया जाएगा। यही नहीं देश से विदेशों के लिए जाने वाली सामान्य उड़ानों पर रोक लगी हुई है लेकिन कुछ देशों के साथ आपसी समझौते से विशेष अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को ही मंजूरी दी गई है जिससे सभी यात्रियां आराम से ट्रेवल कर पाएं
कोविड19 को मद्देनज़र रखते हुए अभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बंद रखने का ही प्लान है क्योंकि वर्तमान में इस स्थिति से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है इसलिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दिसंबर अंत तक निलंबित कर दिया गया है।
by-asna zaidi