दिल्ली में मास्क न पहनने वालों पर बरती जा रही है सख्ती, जानिए ड्राइव करते वक्त मास्क पहनना कितना है जरूरी....
कोरोना महामारी का कहर जारी है वहीं इसने दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले रखा है। भारत में लगातार कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है। वही देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली में हर रोज कोरोना के कई ज्यादा केस मिल रहे है। इसके साथ ही लोग मास्क को लगाने में कमी कर रहे है। ऐसे में दिल्ली-नोएडा के बॉर्डर पर मास्क न पहनने वालों का चालान काटा जा रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मास्क न पहनने वालों पर सख्ती बरतते हुए जुर्माना राशि को चार गुना बढ़ा दिया है यानि अब मास्क न पहनने वालों को 500 रुपए का नहीं बल्कि 2 हजार रुपए के चालान का भुगतान करना पड़ेगा। लेकिन फिलहाल 500 रुपए का ही चालान काटा जा रहा है क्योंकि पुलिसकार्मियों का कहना है कि अभी तक उनके पास कोई नोटिफिकेशन नहीं आया है। नोटिफिकेशन मिलने के बाद 2 हजार का चालान काटा जाएंगा।
एक तरफ जहां मास्क न पहनने वालों पर सख्ती बरती जा रही है। ऐसे में हर किसी के मन में एक ही सवाल आ रहा है कि क्या अकेले में कार ड्राइव करते समय उसको पहनना कितना जरुरी हैं आइए जानते है यहां...
1. कार को अकेले में ड्राइव करते वक्त मास्क पहनना कितना है जरूरी?
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की है कि अगर आप अकेले अपनी निजी कार को चला रहे है तो आपको फेस मास्क की जरुरत नहीं है। वही साइकिलिंग और समूहों में जॉगिंग करते समय मास्क को पहनना महत्वपूर्ण है। यदि कार में आपके साथ कोई अन्य व्यक्ति भी मौजूद है तो मास्क को पहनना अनिवार्य है। इसके साथ-साथ सामुहिक शारीरिक फंशन के दौरान भी मास्क पहनने की सलाह दी गई है। इसलिए कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है।
2. जानिए मास्क पहनने और उतारने का सही नियम क्या है?
केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास्क पहनने के साथ-साथ उसको पहनने और उतारने के नियमों के बारे में बताया है.....
- किसी भी मास्क को पहनते समय ये ध्यान रखें कि उसका ऊपरी हिस्सा नाक के ऊपर तक आए और निचला हिस्सा ठुड्डी से नीचे रहे।
- मास्क में दो तरह के बैंड्स लगे होते हैं जहा एक में एलास्टिक लगा होता है जिसे हम कानों के पीछे फंसाते हैं और एक में रिबन लगा होता है जिसे पीछे की ओर बांधते हैं। दोनों ही स्थिति में आप इस बात का ध्यान रखें कि मास्क पूरी तरह टाइट हो उसके कीनारे ढीले न हो।
- वही अगर आप दुकान से रेडिमेड मास्क खरीदकर लाए हैं तो इसे पहले अच्छी तरह चेक कर लें कि उसमें कोई छेद तो नहीं है और उसकी क्वालिटी भी चेक कर लें। साथ ही उसे इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह धोकर सुखा लें।
- फेस मास्क पहनते वक्त नाक को खुला न छोड़ें और न ही किसी से बात करते वक्त मास्क को अपने मुंह से हटाएं क्योंकि ऐसा करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। वही अगर आपने मुंह और नाक को अच्छे से कवर नहीं किया है तो आपके मास्क पहनने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए हर समय मास्क को पहने रखें।
- वही कुछ लोग मास्क से अपनी नाक तो ढक लेते हैं लेकिन मुंह को खुला छोड़ देते हैं। आपका ऐसा करना भी खतरनाक हो सकता है।
- मास्क पहनने से पहले और उतारने के बाद हाथों को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइजर से अच्छी तरह से सैनिटाइज करें। आप बार-बार इस्तेमाल किए जाने वाले मास्क को डेली धोना और किसी साफ-सूखी जगह पर रखना न भूलें।
3. मास्क कोरोना वायरस से कितना सुरक्षित रखता है?
कोरोनावायरस से बचने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे है। वही इस महामारी से बचने के लिए लगातार सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।ताकि इस वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकें। लेकिन अब बात ये आती है कि मास्क पहनने से हम कोरोना वायरस से कितना सुरक्षित रह सकते है।
1. कपड़े का रखें ध्यान
कोरोना से बचने के लिए कई लोग होममेड मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कितना सुरक्षित है बात इस पर निर्भर करता है कि यह किस कपड़े और इसे कैसे बनाया गया है और यदि आप होममेड मास्क का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें कौन से कपड़े का इस्तेमाल किया गया है। किस तरह से इसे बनाया गया है, इसका पूरा ख्याल रखें। मास्क बनाने के लिए आप एक अच्छे कॉटन के कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर डिश तौलिये के कपड़े का चुनाव भी किया जा सकता है।
2. एन-95 मास्क का इस्तेमाल करेगा संक्रमण से बचाव
एन-95 मास्क संक्रमण को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है। यह मास्क वायरस से बचने के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है। यह मास्क चेहरे पर जाकर एकदम फिट हो जाता है और इस वजह से इसे लंबे समय तक पहन पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
3. ट्रिपल लेयर मास्क कारगर
कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए ट्रिपल लेयर मास्क कारगर है। इस मास्क में 3 लेयर होने के कारण यह संक्रमण को कुछ हद तक रोकने में कामयाब भी रहता है।