हरियाणा के भिवानी जिले में एक बोलेरो में दो लोगों के जले हुए शव मिले हैं. शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और वहां छानबीन में जुट गई.
हरियाणा के भिवानी जिले में एक बोलेरो में दो लोगों के जले हुए शव मिले हैं. शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और वहां छानबीन में जुट गई. शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि दोनों व्यक्तियों की मौत बोलेरो में आग लगने की वजह से हुई है. लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बड़ी परत दर परत कई राज खुलकर सामने आ गए.
परिजनों ने जिंदा जलाने का लगाया आरोप
मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद उर्फ जूना (35) के रूप में हुई है. दोनों राजस्थान के रहने वाले थे. अब इस मामले को लेकर हरियाणा और राजस्थान की सरकारें आमने सामने हो गई हैं. पुलिस अभी यह साफ नहीं कर पाई है कि बोलेरो में दुर्घटना वश आग लगी या फिर किसी ने लगाई है. वहीं मृतक के परिजनों ने उन्हें जिंदा जलाने का आरोप लगाया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर नासिर और जुनैद सगे भाई थे और 15 फरवरी को राजस्थान के भरतपुर से अगवा किए गए थे.
परिवार की ओर से भरतपुर जिले में इनके अगवा होने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर में कुल पांच लोगों के नाम हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन पांच लोगों में अधिकतर के संबंध गोरक्षक दल से बताया जा रहा है. वहीं, कथित तौर मृतक में से एक पर गोतस्कर को लेकर केस भी दर्ज है.
अगवा करने का आरोप
वहीं मृतक जुनैद के भाई जाफर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई जुनैद गांव के ही रहने वाले नासिर के साथ बोलरो से भरतपुर के गांव पीरुका जोथरी गए थे. जहां रास्ते में बजरंग दल और गोरक्षक दल ने उनका अपहरण कर लिया और उन्हें पीरुका गांव के जंगल में ले गए. वहाँ दोनों को बुरी तरह पीटा गया जिसके बाद वो दोनों को बेहोशी की हालत में हरियाणा के लोहारू ले गए और वहां बोलरो के अंदर उन्हें जिंदा जला दिया.
बजरंग दल पर आरोप
मृतक जुनैद के भाई जाफर ने इसके लिए बजरंग दल के गोरक्षा विभाग के प्रांत संयोजक मोनू नूंह और श्रीकांत और लोकेश सिंगला सहित आठ से दस लोगों को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया. पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है.