मेरठ में एक पिता ने अपनी 12 साल की बेटी को जिंदा नहर में फेंक दिया. तीन दिन से बेटी के अपहरण को लेकर पिता शोर मचा रहा था. पुलिस ने मामले में माता-पिता को हिरासत में ले लिया है. आरोपी पिता ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसकी बेटी किसी लड़के से बात करती थी. इसके चलते उसे भोला के झाल क्षेत्र में गंगा नहर में फेंक दिया गया है. उन्होंने बताया कि बेटी उन पर बोझ थी. पुलिस ने देर रात तक बच्ची की तलाश की, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. पुलिस ने रविवार सुबह फिर से तलाश शुरू की.
पुलिस में मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक बबलू पत्नी रूबी के साथ मेरठ के गंगानगर इलाके में तीन बच्चे वंश, चंचल और आरव के साथ रहता था. वह मूल रूप से बागपत के सिंघावली के रहने वाले हैं. बबलू फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट के तौर पर काम करता है. पहले वह बस का संचालन करता था. बबलू की 12 वर्षीय बेटी चंचल एक सितंबर की रात आठ बजे से लापता थी. बबलू ने पुलिस में मामला दर्ज कर आरोप लगाया था कि उसने अपनी बेटी चंचल का अपहरण कर लिया है. बबलू ने पहले दिन से ही पुलिस को गुमराह करना शुरू कर दिया था. दो दिन तक चंचल के नहीं मिलने पर पुलिस ने बबलू को पूछताछ के लिए बुलाया. बबलू पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन बाद में सख्त कार्रवाई करने पर टूट गया. उसने सारा सच उगल दिया.
शव की तलाश
पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि गुरुवार रात 10 बजे वह अपनी पत्नी और बेटी को भोला के झाल इलाके में ले गया था. वहां बेटी को नहर में फेंक दिया. एसपी देहात केशव कुमार ने कहा कि पिता को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उन्होंने बेटी को जिंदा नहर में फेंक दिया है. हो सकता है बेटी की हत्या के बाद फेंका गया हो. शव की तलाश में पुलिस टीम को लगाया गया है.