राजस्थान में इको फ्रैंडली पटाखों की धूम, मिल रही है कई सारी वेराइटी

दिवाली के मौके पर देशभर के बाजारों में खूब चहल-पहल है और जमकर खरीदारी हो रही है. इस दिवाली पटाखों की कई नई वैरायटी भी बाजार में आई हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर
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दिवाली के मौके पर देशभर के बाजारों में खूब चहल-पहल है और जमकर खरीदारी हो रही है. इस दिवाली पटाखों की कई नई वैरायटी भी बाजार में आई हैं. ऐसे में इस बार दिवाली पर राजस्थान के बाजारों में कम आवाज वाले और इको-फ्रेंडली पटाखे देखने को मिल रहे हैं. इको-फ्रेंडली पटाखों की खास बात यह है कि इन पटाखों की पैकिंग में संबंधित कंपनी की ओर से एक कोड भी दिया गया है, ताकि ग्राहक खुद इसकी पुष्टि कर सके कि पटाखा इको-फ्रेंडली है या नहीं.

दिवाली पटाखों की नई वैरायटी 

दरअसल, इस बार बाजार में ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे कम मात्रा में ही आए हैं. इको-फ्रेंडली पटाखों की खासियत यह है कि इसमें बेरियम नाइट्रेट की मात्रा कम होने से प्रदूषण 80 फीसदी से 90 फीसदी तक कम हो जाएगा. हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस बार पटाखे काफी ऊंचे दाम पर बिक रहे हैं. राजस्थान में इसी महीने विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में पटाखों में भी चुनावी रंग देखने को मिल रहा है. इस बार बाजार में सबसे ज्यादा बिकने वाला 'मोदी एटम बम' खूब धूम मचा रहा है.

बेरियम नाइट्रेट की मात्रा कम

दुकानदारों ने बताया कि बिग शॉट, ब्रेकआउट स्पिनर, कलर चेंजिंग अनार, 3 स्टार, सुतली बम, रॉकेट आदि भी पसंद किए जा रहे हैं. एक दुकानदार ने बताया कि इको-फ्रेंडली पटाखे जलाने से प्रदूषण कम होता है. जल्द ही बाजार में कई नए तरह के पटाखे आएंगे. बाजार में पटाखों की दुकानों में अब इको फ्रेंडली पॉप अप बम, रंग-बिरंगी पेंसिलें, फैंसी पटाखे तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. बच्चों के लिए लाइट साइंस पटाखे जैसे ट्राई कलर जिराफ आदि भी उपलब्ध हैं.

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