मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ने लगा है.
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ने लगा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर गठबंधन सिर्फ केंद्रीय स्तर पर होगा तो उनकी पार्टी इस पर विचार करेगी.
विधानसभा चुनाव में बीजेपी
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने 19 अक्टूबर को एक रैली में कहा था, अगर मुझे पता होता कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं होगा तो हमारी पार्टी के लोग कभी उनसे मिलने नहीं जाते. न ही हम कभी कांग्रेस के लोगों से मिलने जाते. अगर गठबंधन केवल उत्तर प्रदेश में केंद्र के लिए है तो इस पर विचार किया जाएगा. राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश की 18 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं. इससे आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी विरोधी वोट बंटकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी के हाथों में जाने की आशंका है.
उम्मीदवारों की घोषणा
अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा, हमने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री से बात की. उन्होंने पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा की. हमने उन्हें बताया कि हमारे विधायक पहले कहां जीते थे. उन्हें बताया कि हम पहले नंबर 2 पर कहां थे. रात 1 बजे तक सीटों पर चर्चा चलती रही. अखिलेश यादव ने कहा, उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे छह सीटों के लिए हमारे बारे में सोचेंगे. लेकिन जब उन्होंने उम्मीदवारों की घोषणा की, तो सपा के लिए कुछ भी नहीं था. अगर मुझे पता होता कि राज्य में कोई गठबंधन नहीं है, तो हम ऐसा नहीं करते.