डेंगू में प्लेटलेट्स का इतना होना है जरूरी, नहीं तो हो सकता है खतरा

डेंगू बुखार के कारण मरीज का प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। हमारे शरीर में डेंगू फैलने के कारण कई तरह की समस्याएं बढ़ जाती हैं जैसे कि चिकनगुनिया मलेरिया यह सब हमारे खानपान की कमी के कारण ही होता है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
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डेंगू बुखार के कारण मरीज का प्लेटलेट काउंट कम हो जाता है। हमारे शरीर में डेंगू फैलने के कारण कई तरह की समस्याएं बढ़ जाती हैं जैसे कि चिकनगुनिया मलेरिया यह सब हमारे खानपान की कमी के कारण ही होता है। शरीर में प्लेटलेट्स कम हो सकते हैं। हमारे शरीर में डेंगू फैलने के कारण कई तरह की समस्याएं बढ़ जाती हैं जैसे कि चिकनगुनिया मलेरिया यह सब हमारे खानपान की कमी के कारण ही होता है। लेकिन डेंगू में प्लेटलेट्स कम होना ज्यादा खतरनाक माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि हमारे शरीर में प्लेटलेट काउंट कितना होना चाहिए।

रक्त का थक्का

प्लेटलेट्स रक्त कोशिकाओं में मौजूद प्लाज्मा में पाए जाते हैं। जब शरीर में कहीं चोट लगती है या कट लगता है तो प्लेटलेट कोशिकाएं रक्त का थक्का जमाने में मदद करती हैं। शरीर में प्लेटलेट काउंट कम होने से मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और घुटनों में समस्या हो सकती है।

डेंगू में प्लेटलेट काउंट

आपको बता दे कि हमारे शरीर में डेंगू ऐड मच्छर के कारण होता है जब यह हमे काटता है, तो डेंगू जैसी बीमारी फैलती है इसके बाद प्लेटलेट हमारी कोशिकाओं को खत्म कर देती है। इस कारण डेंगू में मरीज के प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं। डेंगू में मरीज के शरीर से प्लेटलेट्स में थोड़ी कमी होना सामान्य बात है, लेकिन अगर यह कमी ज्यादा हो जाए तो यह खतरनाक हो सकता है। मिली जानकारी के अनुसार डेंगू में प्लेटलेट काउंट 100.00 से भी ज्यादा होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक प्लेटलेट काउंट 40,000-100,000 के बीच होने पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इससे नीचे प्लेटलेट काउंट खतरनाक स्थिति है।

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