इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच जरूरी मदद की दो खेप गाजा पहुंच गई है. मानवीय सहायता सोमवार को राफा सीमा के माध्यम से गाजा पहुंची.
इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच जरूरी मदद की दो खेप गाजा पहुंच गई है. मानवीय सहायता सोमवार को राफा सीमा के माध्यम से गाजा पहुंची. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के हमले के बाद यह पहली बार है कि फिलिस्तीनियों तक मदद पहुंची है. इससे पहले इजराइल ने गाजा को भोजन, ईंधन और बिजली की आपूर्ति बंद कर दी थी, जिसके कारण ईंधन, पानी, भोजन और दवाओं जैसी बुनियादी सामग्रियों की कमी हो गई थी.
आपदा राहत सामग्री
इस बीच संयुक्त राष्ट्र, भारत, सऊदी अरब और तुर्की समेत कई देशों ने गाजा को मानवीय सहायता भेजी है. भारत ने रविवार को फिलिस्तीन को लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी. इसमें आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता सामान, जल शुद्धिकरण टैबलेट और अन्य आवश्यक सामान शामिल हैं.
गाजा को मानवीय सहायता
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, जॉर्डन और ट्यूनीशिया से कम से कम आठ विमान गाजा के लिए सामान लेकर मिस्र के अल अरिश हवाई अड्डे पर पहुंचे हैं. जहां एक ओर कुछ देशों ने गाजा को मानवीय सहायता भेजी है, वहीं दूसरी ओर कुछ यूरोपीय देशों ने अपनी सहायता अस्थायी रूप से निलंबित कर दी है. इनमें जर्मनी, डेनमार्क और स्वीडन शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इन देशों ने हमास के हमलों के जवाब में गाजा को दी जाने वाली मदद अस्थायी तौर पर रोक दी है.
सहायता सामग्री की जरूरत
अब तक, 3,000 टन सहायता सामग्री ले जाने वाले 200 से अधिक ट्रक मिस्र की ओर क्रॉसिंग के पास खड़े हैं. मिस्र में यूनिसेफ के प्रतिनिधि जेरेमी हॉपकिंस ने कहा कि यह सहायता गाजा में लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. गाजा में लोगों की मदद के लिए हर दिन 100 से 200 ट्रक सहायता सामग्री की जरूरत होती है.