Gyanvapi Masjid ASI Survey: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में एएसआई सर्वे की इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 3 अगस्त को हरी झंड़ी दे दी है. अब मस्जिद परिसर में आज (4 अगस्त 2023) से सर्वे का काम शुरु हो गया है. आर्कियोलॉजिस सर्वे ऑफ इंडिया की टीम इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है. क्या ज्ञानवापी में मस्जिद में जो हिंदू पक्ष दावा शिवलिंग होने का दावा कर रहा है वह शिवलिंग है या फव्वारा. सर्वे में यह भी पता लगाया जाएगा की क्या ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण किसी हिंदू मंदिर पर किया गया.
बता दें कि ज्ञानवापी सर्वे को देखते हुए जिले की पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है. ज्ञानवापी परिसर के चारों ओर पुलिस तैनात कर दी गई है. इसके साथ ही वाराणसी में चप्पे पर पुलिस की नजर है. ज्ञानवापी में सर्वे पिछले दस दिनों से रुका हुआ है. एएसआई की 43 सदस्यीय टीम ने 24 जुलाई को सर्वे के लिए पहुंची थी. सुबह सात बजे सर्वे शुरु किया गया था, लेकिन दोपहर लगभग 12:30 बजे सर्वे पर रोक लगाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था. तभी से अब तक यानी की 3 अगस्त तक काम रुका रहा. अब शुक्रवार को फिर से सर्वे शुरु हो गया है.
ज्ञानवापी केस पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार (4 अगस्त) को सुनवाई शुरू हो चुकी है. सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के वकील ने हुजैफा अहमदी ने कोर्ट को पिछले आदेशों के बारे में बताया. इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने एएसआई के हलफनामे पर ध्यान दिया कि वे अपने सर्वेक्षण के दौरान कोई खुदाई नहीं कर रहे हैं और दीवार आदि के किसी भी हिस्से को नहीं छुआ जाएगा. ऐसे में फिर अभी हम दखल क्यों दें. इस पर मुस्लिम वक्ष के वकील अहमदी ने कहा कि सर्वे की जरूरत ही क्या है? सैकड़ों साल पहले क्या हुआ, यह जानना क्यों जरूरी है? क्या यह प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट का उल्लंघन नहीं है? सीजेआई ने इसको लेकर कहा कि जो बात आपके लिए 'निराधार' है. वह दूसरे पक्ष के लिए आस्था हो सकती है. हम इस पर क्यों टिप्पणी करें?
हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि, ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण आज सुबह 7 बजे 40 विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा शुरू किया गया. फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जा रही है. दोपहर के भोजन के बाद सर्वेक्षण फिर से शुरू होगा. यह सर्वे लंबे समय तक जारी रहेगा. बता दें कि हिंदू पक्ष के वकील ASI सर्वेक्षण के दौरान वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के अंदर मौजूद थे. बाहर निकलने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए जानकारी साझा की.
ज्ञानवापी परिसर में ASI का सर्वे जारी है. यह सर्वे दोपहर 12 तक चलेगा. शुक्रवार को यहां नमाज अदा की जाती है, जिसको देखते हुए परिसर को खाली कराया जाएगा. इसके बाद नमाज के लिए एएसआई की टीम परिसर छोड़ देगी. 12 बजे के बाद सर्वे को थोड़ी देर के लिए रोका जाएगा. माना जा रहा है कि फिर सर्वे 3 बजे शुरु किया जा सकता है.
ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे शुरू हो गया है. भारी पुलिस बल की तैनाती परिसर के बाहर है. मौके पर पुलिस महकमे के आला अधिकारी खुद मौजूद हैं. डीएम एस राजलिंगम और पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन भी ज्ञानवापी पहुंच गए हैं.
Gyanvapi Masjid ASI Survey: वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) आज ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करेगा. जिले में प्रशासन अलर्ट पर है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई है.
#WATCH वाराणसी, उत्तर प्रदेश: ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) आज ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करेगा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2023
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कल ASI को सर्वेक्षण करने की अनुमति दे दी है। pic.twitter.com/GkiGQrq83h
वाराणसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक टीम परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने के लिए ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंच चुकी है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: वाराणसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक टीम परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने के लिए ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंची। pic.twitter.com/jTrc6ZEnCc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2023
Gyanvapi Masjid ASI Survey: ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, "इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कल ASI को सर्वेक्षण करने की अनुमति दी. ASI और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. हम भी वहां जा रहे हैं. यह सर्वेक्षण इतिहास रचने की ओर एक कदम है."
वहीं, हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकील सुधीर त्रिपाठी से पूछा गया कि ASI सर्वे में कितना समय लगेगा. इसका जवाब देते हुए वकील ने कहा, ''ASI ही बता सकता है कि सर्वे पूरा करने में कितने दिन लगेंगे. अयोध्या में राम मंदिर का सर्वे पूरा करने में 7-8 महीने लग गए.''