मौनी अमावस्या माघ अमावस्या को कहते हैं। इतना ही नहीं, आपको इस दिन कुछ खास काम करना चाहिए जिससे कि जीवन के हर मोड़ में सफलता, सुख, समृद्धि मिलती है। बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन पितृ दोष लगता है। अगर आप पितृ दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी काम कर लेना चाहिए। आपको कुछ ऐसे काम भी भूल कर नहीं करना है जिससे कि आपके वंश पर इसका बुरा असर पड़े।
मौनी अमावस्या पर क्या करें
जिनकी कुंडली में पितृ दोष होता है उन्हें अमावस्या पर ज्योतिष की सलाह लेनी चाहिए, ताकि निवारण यंत्र स्थापित किया जा सके। इसके अलावा पितृ दोष के दुष्प्रभाव को भी कम किया जा सकता है। यह आपके लिए काफी लाभकारी साबित होगा।
मौनी अमावस्या के दिन शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है इसलिए आपको मौन रहकर व्यक्ति दुख को अच्छी तरह से समझना चाहिए। इस दिन मौन व्रत का विशेष महत्व भी होता है।
मौनी अमावस्या के दिन गंगाजल से स्नान करना चाहिए तेल का दान करना चाहिए। इसके अलावा शिव जी का अभिषेक करना चाहिए। इतना ही नहीं पितरों का तर्पण आदि धार्मिक कार्य बहुत फलदाई माना जाता है, इससे साधक की पीढ़ियां तर जाती हैं।
मौनी अमावस्या के दिन पीपल को दूध, जल, काले तिल चढ़ाया जाता है। इस दौरान राशि रक्षा स्त्रोत का पाठ भी करना चाहिए। इतना ही नहीं इससे शनि के प्रभाव भी कम हो जाते हैं।
मौनी अमावस्या के दिन क्या ना करें
जिन लोगों ने मौनी अमावस्या पर मौन व्रत धारण किया है इस दिन वह कुछ ना बोले एकांत में रहे मुनियों जैसा आचरण करें। इसके अलावा विचारों में शुद्धता रखें तभी इसका फल मिले। तामसिक भोजन बिल्कुल ना खाएं, इससे दोष लगता है।
अमावस्या पूर्वजों को समर्पित होती है इसलिए ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें। इतना ही नहीं कोई नया कार्य मांगलिक कार्य बिल्कुल भी ना करें भूमि, वाहन आदि बिल्कुल ना खरीदें मौनी अमावस्या पूर्वजों को याद करने का दिन होता है।
बता दें कि, मौनी अमावस्या पर चंद्रमा लुप्त होता है, नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं। ऐसे में इस दिन कहीं भी अकेले सुनसान जगह पर जाने की सलाह नहीं दी जाती, ताकि असुरी शक्तियों से आप बचे रहे।
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