कोरोना महामारी के बीच अब तरह- तरह की बीमारियां लोगों के लिए मुश्किल से जीने का सबक बन गयी है. इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों पे है.
इन दिनों बीमारियां चरमसीमा पर है. हर रोज कोई न कोई नई बीमारी उत्पन्न होती नजर आ रही है. मानसून के आने से भी पहले वाली बीमारियां अब उसी रफ़्तार में बढ़ती नजर आ रही है,जैसे एक समय पर उसकी वजह से लोगों को काफी ज्यादा परेशानी हुई थी. यू.पी के बाद अब दिल्ली- एनसीआर में भी कई तरह की बीमारियां बढ़नी शुरू हो गई है. जैसे कि डेंगू,मलेरिया इत्यादि.
कोरोना महामारी के बीच अब तरह- तरह की बीमारियां लोगों के लिए मुश्किल से जीने का सबक बन गयी है. इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों पे है. अभी कोरोना के बाद बच्चों में कई तरह के वायरल बुखार हो रहे है. ये बुखार शायद डेंगू के लक्षण के हो सकते है या फिर कोरोना के भी हो सकते है. तो ऐसे में सभी को सतर्कता बरतनी जरुरी है.
आपको बता दें कि फिरोजाबाद और कानपुर के बाद अन्य राज्यों के अस्पताल में भी वायरल बुखार के मामले काफी आ रहे है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार इसके खिलाफ बहुत अलर्ट होती नजर आ रही है और जितने भी प्रभावित इलाके है वहां दवा से छिड़काव करवा रही है.
कैसे दिख रहे हैं वायरल फीवर के लक्षण:-
तेज दर्द
गले में दर्द
शरीर में दर्द
खांसी होना
कमजोरी होना
भूख की कमी
वायरल फीवर होने पर क्या क्या उपाय कर सकते है:-
अगर आपको वायरल फीवर के लक्षण हैं तो खुद अपना इलाज करने या दूसरे वायरल फीवर से संक्रमित व्यक्ति की दवा न खाएं. सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें.
बुखार होने पर खुद को ज्यादा से ज्यादा हाइड्रेट रखने की कोशिश करें क्योंकि बुखार होने पर पसीना आना, उल्टी होना और बार बार पेशाब आने की दिक्कत होती है. ऐसी स्थिति में शरीर में मौजूद पानी निकल जाता है आपको डिहाइड्रेशन हो सकता है. इसके साथ ही जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों को खाएं. बीच बीच में सूप, दलिया, मूंग दाल की खिचड़ी और जूस इत्यादि पीते रहें. कई लोग बुखार में खाना छोड़ देते हैं. दरअसल, बुखार होने पर मुंह का स्वाद कड़वा हो जाता है, जिससे खाने की इच्छा नहीं होती, लेकिन खाना छोड़ने से आप कमजोर हो सकते हैं. इसलिए इसको लगातार खाते रहें.