हिंदू धर्म में भगवान गणेश का त्योहार काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हर साल की तरह इस बार भी गणेश चतुर्थी के खास मौके पर घरों और मार्किटों में काफी रौनक देखने को मिलने वाली है। इस त्योहार का लोग काफी बेसब्री के साथ इंतजार करते हैं। ऐसा इसीलिए क्योंकि भगवान गणेश की पूजा के बिना किसी भी देवी-देवता की पूजा अधूरी मानी जाती है। साथ ही शुभ चीजों का आगमन जीवन में होता है। इस बार गणेश चुतर्थी पर क्या है शुभ मुहूर्त और पाठ-पूजा की विधि आइए जानते हैं यहां।
इस बार गणेश चतुर्थी पर पूजा का शुभ मुहूर्त 7 सितंबर के दिन 11:03 मिनट से दोपहर 1:34 तक रहने वाला है। वहीं, गणेश चतुर्थी के खास मौके पर एक नहीं बल्कि चार शुभ योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में यहां।
ब्रह्म योग: सुबह 6:02 मिनट से रात 11:17 मिनट तक।
इंद्र योग: रात 11:17 मिनट के बाद से।
रवि योग: सुबह 6:02 मिनट से दोपहर 12:34 मिनट तक।
सर्वाथ सिद्धि योग: दोपहर 12:34 मिनट से 8 सितंबर को सुबह 6:03 मिनट तक।
गणेश चतुर्थी की क्या है पूजा विधि
- सबसे पहले आप सुबह उठकर नहा लें।
- फिर गिली मिट्टी से आप भगवान जी की मूर्ति बनाएं।
- अब आप इसे सूखा दें।
- शुद्धु घी और सिंदूर, हल्दी, चंदन से उनका श्रृंगार कर दें।
- फिर उन्हें जनेऊ पहनाएं।
- गणेश जी को फिर उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें।
- धूप-दीपक जलाएं।
- फल-फूल उन्हें फिर पूजा के दौरान अर्पित करें और लड्डू या फिर मोदक चढ़ाएं।
- अब कूपर जलाकर उनकी आरती करें।
- 10 दिनों तक आप सुबह उनकी पूजा करें।
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