Hindi English
Login

जानिए उस परस्थिति को कैसे करें हैंडल जिसमें आपका पार्टनर नहीं समझना चाहता कुछ भी

यदि आपका पार्टनर चीजों को समझते हुए भी नहीं सुधर रहा है। तो इसके चलते काफी ज्यादा गंभीर परिस्थितियां पैदा हो सकती है।

Advertisement
Instafeed.org

By Deepakshi | लाइफ स्टाइल - 08 October 2020

प्यार बेहद ही प्यारा शब्द है जिसे होता है न उसकी जिंदगी उसी इंसान के आसपास घूमती है जिससे वो दिल लगा बैठता है। हम जिस इंसान से प्यार करते हैं तो उसके अंदर कोई न कोई खूबियां होती हैं। बात यहां करें व्यवहार की या फिर खूबसूरती की। कोई न कोई वजह हम सामने वाले से प्यार करा बैठती है। 

प्यार करना वैसे इतना आसान नहीं होता है। वो कहावत है न कि एक आगे का दरिया है और डूब के जाना है। ऐसा इसलिए क्योंकि कभी-कभी प्यार में तकरार भी होती है। हम सामने वाले से जब प्यार करते हैं तो उसकी अच्छाइयों के साथ-साथ बुराईयों को भी अपनाते हैं। लेकिन प्यार में कई बार कुछ चीजों को लेकर अडजस्ट करना पड़ता  है। अक्सर आपका पार्टनर खुद को बदलने के लिए असहमत हो सकता हैं भले ही इसका सकारात्मक परिणाम ही क्या न हो। ऐसी परिस्थिति में आपको चीजों को ठीक करने के लिए कुछ प्रयास करने की आवश्यकता है। जानिए उनके बारे मं यहां।

यदि आपका पार्टनर बिल्कुल भी बदलाव नहीं चाहता है तो क्या करें?

रिश्ते में आ सकती है दरार

यदि आपके साथी की कोई बुरी आदत या कोई नकारात्मक पक्ष है और वह इसे बिल्कुल भी नहीं बदल सकता है, तो यह निम्न समस्याएं पैदा करता है:

1. परिवार के लिए समय नहीं निकाल पाना।

2. पूरी तरह से अपमानजनक व्यवहार करना।

3. बहुत अधिक पैसा खर्च करना।

4. शराब पीने की समस्या।

5. अपनी नौकरी जारी रखने में असफल होना।

कैसे करे परेशानी को हैंडल?

आपको ये चीज अपने दिमाग में ये रखना होगा कि कुछ भी असंभव नहीं होता है लेकिन किसी की भी सोच एक रात में बदली नहीं जा सकती है। किसी भी इंसान की आदत बदलने में टाइम लगेगा और आप उस इंसान को पूरा बदलने में भी सक्षम नहीं हो पाएंगे। लेकिन आप परेशानी को लेकर अपने रवैये को बदल सकते हो।  ऐसे में अगली बार कुछ भी लड़ाई झगड़ा हो तो जीवनसाथी को उस स्थिति में समझने की कोशिश करें। ताकि वो ये समझ सकें कि परिस्थिति कितनी गंभीर है और उन्हें  बदलने का प्रयास करना चाहिए।

खुद को पहचानिए

खुद को बदलना भी कुछ हद तक संभव है। ऐसे में अपनी लिमिट को समझे और अपने आपको पहचानें। आप खुद से पूछिए कि कब तक शांत रहे सकेंगे। जब कुछ भी परिस्थिति नहीं बदल सकती है। यदि हो सके तो थेरेपी या काउंसलिंग की मदद आप ले सकते हैं। थेरेपी से पहले आप अपने साथी से उन मुद्दों को लेकर बातचीत कर सकते हैं जो वे बिल्कुल भी नहीं बदल सकते। अपने साथी के साथ बातचीत करते समय इन चीजों का जरूर ध्यान रखिए:

1. शांति और आराम से बात करें बिल्कुल भी टकराव न करें।

2.हमेशा बात करने के लिए एक ऐसा समय चुनें जब आप में से कोई भी थका हुआ और बुरे मूड में न हो।

3. पार्टनर को ये बताए कि वो समस्या आपके रिश्ते को कैसे प्रभावित कर रही है।

4. परेशानी को लेकर लेक्चर न दें और केवल मुख्य बिंदू पर रहें।

5. अपनी अपेक्षाओं को उनके सामने रखने। आप क्या चाहते हैं और क्या आपको खुश करता है ये अपने पार्टनर को बताइए।

यहां देखिए कैसे अपने रिश्ते को सुरक्षित रख सकते हैं आप...



Advertisement
Advertisement
Comments

No comments available.