यह तो हम सभी जानते हैं कि आचार्य चाणक्य महाज्ञानी थे, जिन्होंने मानव व्यवहार और आचरण पर अपने नीति शास्त्र में कई सारी बातें लिखी हैं जो आज के समय में भी व्यक्ति के जीवन में सही साबित होती है। जो लोग महामूर्ख होते हैं वो आचार्य चाणक्य की बातों पर चलकर ज्ञानी बन जाते हैं। आचार्य चाणक्य ने यह भी कहा है कि, कोई व्यक्ति आखिर धनवान कैसे बनता है ? दरअसल इसके संदर्भ में आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में मनुष्य की कुछ ऐसी आदतों का वर्णन किया था जिन्हें अपनाकर कम समय में ही व्यक्ति अमीर बन सकता है। व्यक्ति को अपने आचरण में इन आदतों को लाना चाहिए इसके जरिए व्यक्ति न केवल अमीर बनेगा बल्कि तरक्की प्राप्त होगी।
ब्रह्म मुहूर्त में उठना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति धन पाना चाहता है और जीवन में तरक्की चाहता है उसे सुबह जल्दी उठना चाहिए। आचार्य ने कहा है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठना सर्वोत्तम है। आचार्य के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाला हमेशा प्रगति करता है।
कड़ी मेहनत
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति मेहनत करने से नहीं डरता, उसे कभी भी धन की कमी नहीं होती। अगर आप किसी भी तरह के काम में सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो कड़ी मेहनत करना बहुत जरूरी है।
आलस्य का त्याग
आचार्य चाणक्य के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति कुशल तो है लेकिन वह आलसी है तो उसकी कुशलता बेकार हो जाती है। इसलिए जीवन में आलस्य का त्याग कर देना चाहिए तभी व्यक्ति को जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
धन का संचय
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, जो व्यक्ति धन का संचय करता है या धन संचय करने की आदत रखता है उसके जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। इसलिए अनावश्यक रूप से धन बर्बाद नहीं करना चाहिए।
घमंड नहीं करना चाहिए
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु घमंड है इसलिए उसे कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। विशेषकर धन का अभिमान। जो व्यक्ति अपने धन पर घमंड करता है उसके यहां देवी लक्ष्मी निवास नहीं करती और वह जल्द ही धनहीन हो जाता है।
लक्ष्य
चाणक्य कहते हैं कि, व्यक्ति को जो लक्ष्य प्राप्त करना है उसे कभी किसी को नहीं बताना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को मनवांछित फल नहीं मिलता है और सफलता कोसों दूर चली जाती है।
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