भारत की सबसे बड़ी बैंकिंग व्यवस्था अब पहले से काफी बेहतर हो चुकी है। वहीं, केंद्र सरकार भी आम आदमी के लिए सुविधा देने का प्रयास कर रही है, कुछ बैंकों के विलय की योजना भी बनाई जा रही है तो कुछ बैंक ऐसे हैं जो अपनी लापरवाही के चलते पिछड़ते जा रहे हैं।
भारत की सबसे बड़ी बैंकिंग व्यवस्था अब पहले से काफी बेहतर हो चुकी है। वहीं, केंद्र सरकार भी आम आदमी के लिए सुविधा देने का प्रयास कर रही है, कुछ बैंकों के विलय की योजना भी बनाई जा रही है तो कुछ बैंक ऐसे हैं जो अपनी लापरवाही के चलते पिछड़ते जा रहे हैं। प्राइवेट बैंकों की तरह सरकारी बैंक भी एफडी पर अच्छा ब्याज दर दे रहा है। इतना ही नहीं, एसबीआई की सेवा पहले से ज्यादा बढ़ गई है और ऑनलाइन हो गई है। आप अपने मोबाइल के जरिए यह सारी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। बैंक धारकों के लिए इस समय बड़ी खबर सामने आ रही है, जिसे सुनते ही आप उछल पड़ेंगे। बता दे कि, एसबीआई बैंक अब विदेश में रहने वाले भारतीय यानी की एनआरआई अपना बचत खाता खोल सकते हैं।
शुरू हुई एसबीआई की डिजिटल सुविधा
एसबीआई की तरफ से अपने ग्राहकों के लिए बेहतरीन डिजिटल सुविधा दी जा रही है, इसके तहत एनआरआई के लिए एनई और एनआरओ बचत खाता खोलना संभव हो जाएगा। हम सभी जानते हैं की एसबीआई देश का सबसे बड़ा बैंक है अब इसमें योनो एप की मदद से यह लोगों तक पहुंच रहा है। एसबीआई की तरफ से यह जानकारी दी गई है कि ग्राहकों को खाता खुलवाने के लिए ज्यादा भागदौड़ करने की जरूरत नहीं होगी, इस तरह से अब खाता खोलना आसान हो जाएगा।
क्या है एनआरआई और एनआरओ
बता दे कि, यह योजना गैर आवासीय यानी की बाहरी लोगों के लिए शुरू की जा रही है। इस तरह से एनआरआई लोग भी अपनी विदेशी कमाई को भारत में बचाने के लिए एसबीआई में खाता खुलवा सकते हैं।
इसके अलावा भारत में एक और निवासी है जो साधारण खाता भी चलता है। जिसका मतलब है नों रेजिडेंट ऑर्डिनरी इस खाते का इस्तेमाल मुख्य रूप से एनआरआई लोग अपने लेनदेन जैसे की किराया, ब्याज, पेंशन आदि के लिए करते हैं।
एनआरआई लोगों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। एसबीआई की तरफ से यह बयान दिया गया है कि डिजिटलाइज्ड खाता खोलने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है, जिससे ग्राहकों को आसानी से जल्दी खाता खोलने में मदद मिलती है।