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आज का दिन भारतीय वायुसेना के लिए काफी ज्यादा खास है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज के दिन वायुसेना दिवस को मनाया गया है। इसका गठन 8 अक्टूबर 1932 के दिन हुआ था। अब इस खास दिन को मानते हुए यूपी के गाजियादबाद में मौजूद हिंडन एयरबेस पर कई सारे लड़ाकू विमान जबरदस्त परफॉर्मेंस देते हुए नजर आए हैं।
इस खास मौके पर आइए जानते हैं भारत के उन शानदार एयरक्राफ्ट या फिर जेट्स के बारे में जोकि अच्छे से अच्छे दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए काफी है। जो कभी भी किसी भी तरह की लड़ाई के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। आइए एक-एक करके जानते हैं उनके बारे में यहां।
1.सुखोई एसयू-30 एमकेआई
सुखोई एसयु-30 एमकेआई सुखोई डिजाइन ब्यूरो के जरिए रूस में बना एक मल्टीरोल एयर शानदार फाइटर है और भारत के एचएएल के लाइसेंस के आधार पर इसे तैयार किया गया है। भारतीय वायु सेना की सेवा में 200 सुखोई एसयु-30 एमकेआई मौजूद हैं। फाइटर जेट को दो ल्युलका अल-31 एफपी थ्रस्ट वेक्टरिंग टर्बोफैन द्वारा चलाया जाता है, जिसमें से प्रत्येक के बाद 27,560 पाउंड बल का उत्पादन होता है। जेट 2,100 किलोमीटर / घंटा की शानदार स्पीड हासिल करने में सक्षम है। यह हथियार चलाने के लिए शानदार है और भारतीय वायु सेना की शान है।
2. डसॉल्ट राफेल
डसॉल्ट राफेल एक तरह का फ्रांसीसी ट्विन-इंजन मल्टीरोल लड़ाकू विमान है उसे डसॉल्ट एविएशन बनाता है। यह कैनार्ड अप फ्रंट और डेल्टा-विंग डिज़ाइन की अपनी शानदार अरेंजमेंट द्वारा पहचानने के काबिल है। डसाल्ट राफेल जेट में आसानी से 2 पायल के बैठने की सुविधा है। यह एक मिनट के भीतर लगभग 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जाने के काबिल है। आपको बता दें कि 29 जुलाई को फ्रांस से5 राफेल जेट आए थे। फिर 10 सिंतबर को उन्हें इंडियन एयरफोर्स में शाामिल किया गया।
3. मिकोयान मिग-29
मिग -29 सोवियत संघ में मिकोयान द्वारा बनाया गया एक जेट लड़ाकू विमान है। भारतीय वायु सेना मिग -29 की पहली अंतरराष्ट्रीय खरीदार थी। इस विशेष विमान का उपयोग भारतीय वायुसेना द्वारा कश्मीर में 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर किया गया था। इसकी अधिकतम गति 2400 किमी / घंटा है।
4. डसॉल्ट मिराज 2000
डसॉल्ट मिराज 2000 एक फ्रांसीसी मल्टीरोल चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है जो डसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है। भारतीय वायु सेना ने 1980 के दशक में 49 मिराज 2000 खरीदे थे। इनमें 42 सिंगल सीटर वाले और 7 दो-सीटर ट्रेनर्स हैं। 2004 में भारत सरकार ने दस और मिराज की खरीद को मंजूरी दी। यह 2,336 किमी / घंटा की गति प्राप्त कर सकता है। हालांकि इसे काफी वक्त हो गया है, फिर भी यह भारतीय वायु सेना में सबसे शानदार लड़ाकू जेट में से एक है।
5. एचएएल तेजस
एचएएल तेजस भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित एक सिंगल-सीट मल्टी-रोल लाइटवेट फाइटर जेट है। इस विमान में इस्तेमाल किया जाने वाला पॉवरप्लांट जनरल इलेक्ट्रिक F404-GE-F2J3 टर्बोफैन इंजन है आफ्टरबर्नर के साथ। विमान 1.8 (2,205 किमी / घंटा) की गति से और अधिकतम 15,200 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
6. एसईपीईसीएटी जगुआर
जगुआर एसईपीईसीएटी द्वारा निर्मित एक एंग्लो-फ्रेंच जेट अटैक विमान है। भारतीय वायु सेना ने यूरोप में निर्मित 40 जगुआर और भारतीय मोनिकर - शमशेरके तहत एचएएल से 120 लाइसेंस-निर्मित विमान का ऑर्डर दिया था। विमान दो रोल्स-रॉयस / टर्बोमेका एडोर एमके 102 टर्बोफैन का उपयोग करता है, जो प्रत्येक के 5,115-पाउंड बल प्रदान करता है। यह जेट 11,000 मीटर की ऊंचाई पर 1,699 किमी / घंटा की अधिकतम गतिहासिल करने में सक्षम है।
7. मिकोयान-गुरेविच मिग -21
मिग -21 सोवियत संघ में मिकोयान-गुरेविच डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया सुपरसोनिक फाइटर जेट है। भारतीय वायु सेना दुनिया में मिग -21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर माना जाता है, जिसमें लगभग 252 ऑपरेशनल मिग -21 विमान हैं। विमान सिंगल ट्यूमैंस्की R25-300 टर्बोफैन इंजन द्वारा चलता है, जो कि आफ्टरबर्नर के साथ 15,650 पाउंड बल का उत्पादन करता है। जेट 2,175 किमी / घंटा की अधिकतम गति कर सकता है। यह दुनिया के सबसे मजबूत विमानों में से एक है।
8. सी -17 ग्लोबमास्टर III
ये विमान मैकडोनेल डगलस ने बनाया है। भारतीय वायु सेना और बोइंग की ओर से 2011 में 10 सी -17 विमानों के ऑर्डर के लिए जो शर्ते दी गई थी उस पर सहमति जताई थी। विमान चार प्रैट एंड व्हिटनी एफ 117-पीडब्लू -100 टर्बोफैन द्वारा चलाया जात है जो प्रत्येक के 40,440-पाउंड का फोर्स पैदा करता है। विमान 829 किमी / घंटा की क्रूज गति प्राप्त करने में सक्षम है। यह हर मामल में भारत के सबसे शानदार विमानों में से एक है।
9. लॉकहीड मार्टिन सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस
लॉकहीड मार्टिन सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस अमेरिकी निर्माता लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाया गया है। भारतीय वायु सेना ने 2008 की शुरुआत में अपने विशेष बलों के लिए से छह विमान खरीदे। डिलीवरी के बाद, IAF ने इसे अपग्रेड करने के लिए विमान में कुछ स्वदेशी रूप से प्रोड्यूस उपकरण जोड़े। विमान चार रोल्स-रॉयस AE 2100D3 टर्बोप्रॉप इंजन द्वारा चलाए जाते है जिसमें डॉवी R391 6-ब्लेड समग्र प्रोपेलर मौजूद है। विमान 671 किमी / घंटा की गति से चलता है।
10. इल्यूशिन आईएल- 78
यह IL-76 के आधार पर चार इंजन वाला एक टैंकर है। भारतीय वायु सेना को 2003 के फर्स्ट हाफ में पहले दो विमान मिले। इस विमान ने 8 अक्टूबर को 2003 में वायु सेना दिवस परेड में अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति सभी के बीच दर्ज कराई थी। इसमे इस्तेमाल किए जाने वाले पावरप्लांट चार एवेडविगटेल डी -30 केपी टर्बोफैन इंजन हैं जो प्रत्येक के 27,000 पाउंड पावर को बाहर धकेलते हैं। विमान 850 किमी / घंटा की तेज स्पीड से वो चलता है। यह हवा से हवा में मिसाइल भरने के उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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