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100 से ज्यादा कोविड मरीजों को मुफ्त खाना खिलाता हैं ये शख्स, 3 साल से गरीबों की कर रहा है मदद

हरियाणा के झज्जर (jhajjar) जिले में कोरोना संक्रमितों की मदद को लेकर हाथ बढ़ाए गए है जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा गौर कोरोना रोगियों के साथ डॉक्टरों और स्टाफ को भोजन खिला रहे हैं.

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By Asna | खबरें - 07 May 2021

कहते हैं, किसी भी परेशानियों का मुकाबला समाज मिलकर ही कर सकता है. देश-समाज पर विपदा का मुकाबला कोई भी अकेला कर ही नहीं सकता. वही इस कोरोना वायरस की घातक स्थिति में कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए लोग मसीहा बनकर सामने आ रहे हैं. वही हरियाणा के झज्जर (jhajjar) जिले में, कोरोना का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. जिले में अब 1445 एक्टिव कोरोना मरीज हैं. बुधवार को यहां 451 नए मरीज मिले थे, जबकि गुरुवार को 315 नए कोरोना संक्रमित सामने आए है. झज्जर जिले में अब तक 11382 मरीज मिल चुके है तो वही 9660 मरीज कोरोना को हराकर अपने घरों को लौट गए हैं. यही नहीं कोरोना के मरीजों के लिए सामाजिक कार्यकर्ता भी आगे आए हैं . जो कोरोना के मरीजों को घर पर खाना पहुंचा रहे हैं.


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बहादुरगढ़ में, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा गौर कोरोना रोगियों के साथ डॉक्टरों और स्टाफ को भोजन खिला रहे हैं. कृष्ण पिछले तीन वर्षों से काशी अन्नपूर्णा नाम से गरीबों को भोजन खिला रहे हैं. शहर के सिविल अस्पताल के बाहर दोपहर 12 बजे से भोजन वितरित करना शुरू करते हैं. यही नहीं, वे कोरोना रोगियों के लिए ऑक्सीजन भी व्यवस्था भी करवाते हैं. वे रोजाना 100 से ज्यादा होम आइसोलेट मरीजों को खुद खाना देकर आते हैं.


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सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा गौर का कहना है कि राजनेताओं को आगे आना चाहिए और गरीबों की मदद करनी चाहिए. कोरोना आपदा को सेवा के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए. उनका कहना हैं कि सरकारी अधिकारी और सिस्टम केवल भ्रष्टाचार का अवसर बना रहे हैं. जबकि नेताओं और अधिकारियों को अब अपने घरों से बाहर आना चाहिए और आम लोगों की सेवा करनी चाहिए.


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