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पवित्र महीने रमजान की शुरुआत 2 मार्च 2025 से हो चुकी है, और रोजेदार इबादत में लगे हुए हैं। इस्लाम में रमजान का महीना बहुत ही खास माना जाता है, क्योंकि इस दौरान रोजा रखना फर्ज होता है। इस पूरे महीने मुसलमान सहरी के बाद रोजा रखते हैं, पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं, गरीबों की मदद करते हैं और नेक कामों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ऐसा माना जाता है कि रमजान में किए गए अच्छे कार्यों का 70 गुना अधिक सवाब मिलता है।
तीसरे रोजे का महत्व
4 मार्च 2025 को रमजान का तीसरा रोजा रखा जाएगा, जिसे इस्लाम में रहमत और राहत का प्रतीक माना जाता है। इस रोजे का महत्व यह है कि अल्लाह की रहमत से दिल को सुकून मिलता है और इंसान को आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त होती है।
सहरी और इफ्तार का सही समय
रोजा तभी मुकम्मल माना जाता है जब इसे सही नियमों के अनुसार रखा जाए। इसमें सहरी और इफ्तार का समय सबसे अहम होता है। सहरी सूर्योदय से पहले की जाती है, और इफ्तार सूर्यास्त के बाद किया जाता है। अलग-अलग शहरों में सहरी और इफ्तार के समय में कुछ मिनटों का अंतर होता है।
यदि सहरी या इफ्तार गलत समय पर किया जाए तो रोजा अमान्य हो सकता है। इसलिए, सही समय पर सहरी-इफ्तार करना बहुत जरूरी है। नीचे भारत के प्रमुख शहरों के अनुसार 4 मार्च 2025 के लिए सहरी और इफ्तार का समय दिया गया है—
4 मार्च 2025: शहरवार सहरी-इफ्तार समय
शहर का नाम | सहरी का समय | इफ्तार का समय |
---|---|---|
दिल्ली | सुबह 05:25 | शाम 06:23 |
मुंबई | सुबह 05:56 | शाम 06:46 |
हैदराबाद | सुबह 05:20 | शाम 06:24 |
कानपुर | सुबह 05:12 | शाम 06:14 |
लखनऊ | सुबह 05:24 | शाम 06:10 |
कोलकाता | सुबह 04:42 | शाम 05:41 |
मेरठ | सुबह 05:23 | शाम 06:21 |
नोएडा | सुबह 05:23 | शाम 06:25 |
बेंगलुरु | सुबह 05:23 | शाम 06:29 |
अहमदाबाद | सुबह 05:53 | शाम 06:46 |
पटना | सुबह 04:53 | शाम 05:54 |
रांची | सुबह 04:52 | शाम 05:57 |
चेन्नई | सुबह 05:12 | शाम 06:19 |
रोजेदार अपने शहर के अनुसार सहरी और इफ्तार का समय देख सकते हैं और उसी के अनुसार अपनी तैयारी कर सकते हैं। रमजान का यह पाक महीना इबादत, नेकी और खुदा की रहमत पाने का समय होता है, जिसे सही तरीके से निभाना जरूरी है।
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