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यौन शोषण और हत्या के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को परोल मिल गई है. जेल प्रशासन के मुताबिक गुरमीत को सुबह छह बजे जेल से बाहर निकाला गया. हालांकि गुरमीत राम रहीम को 48 घंटे की कस्टडी परोल मिली है. बता दें कि इससे पहले भी उनके वकील कई बार परोल के लिए अर्जी दे चुके हैं, लेकिन हर बार सुरक्षा कारणों से इसे खारिज कर दिया गया.
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मां से मिलने पहुंचे गुरुग्राम
गुरमीत राम रहीम को कड़ी सुरक्षा के बीच सुनारिया जेल से गुरुग्राम ले जाया गया है. सूत्रों के मुताबिक वह अपनी बीमार मां से मिलने गए हैं. उसकी मां का इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा है. वह फिलहाल मानेसर के एक फार्म हाउस में रह रहा है.
6 दिन पहले गुरमीत की तबीयत बिगड़ी
बता दें कि राम रहीम के वकील ने 17 मई को सुनारिया जेल अधीक्षक सुनील सांगवान को परोल के लिए अर्जी दी थी. वहीं 6 दिन पहले उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें पीजीआई रोहतक में शिफ्ट कर दिया गया. मेडिकल बोर्ड द्वारा उसकी जांच के बाद उसे वापस जेल भेज दिया गया. अब जब बीमारी के चलते मां से परोल मांगी गई तो उनकी अर्जी मंजूर कर ली गई.
पहले से ही एक दिन के लिए पैरोल पर है
एक साल पहले राम रहीम को एक दिन की परोल मिली थी, लेकिन यह परोल गोपनीय तरीके से दी गई थी. जिससे हरियाणा की सरकार की काफी किरकिरी हुई थी. पिछली बार मां के बीमार होने पर उन्हें मेदांता गुरुग्राम में भी भर्ती कराया गया था. जिन्हें देखने के लिए कि वह परोल पर गया था.
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दो साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा
डेरा प्रमुख राम रहीम 25 अगस्त 2017 से सलाखों के पीछे है. वह दो साध्वियों से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है. वहीं, वह एक पत्रकार की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. तीन साल पहले सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए सुनारिया जिला जेल भेज दिया था.
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