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प्रायः बेटियों को पराया धन ही कहते हैं, और बेटियों को आज भी भारत के गांव वाले इलाकों में बेटों के मुकाबले कमत्तर ही माना जाता है. ज्यादातर घरों में बेटियों को बचपन से ही घर के कार्यों में उलझा दिया जाता है जबकी बेटे एक बड़ी उम्र तक भी खेलने और घूमने दिया जाता है. लेकिन असलियत यह है कि बेटियाँ ना पहले कम थीं और ना अाज के दिन में किसी से कम हैं. सोशल मीडिया पर देखे और खूब साझा किये जा रहे एक वीडियो में एक छोटी लड़की की अपने पिता के प्रति फिक्र देखकर लोगों की नम हो गईं.
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मुझे पापा की टेन्शन होती है, क्या करूँ. pic.twitter.com/Dy482r8m83
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) February 4, 2022
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