भूकंप प्रभावित तुर्किये से रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भारत लौटी NDRF की टीम, अधिकारियों ने किया स्वागत

एनडीआरएफ की डीजी करवाल ने कहा कि इन दलों में पांच महिला कर्मचारी भी शामिल थीं और यह पहली बार है कि एनडीआरएफ की महिला कर्मियों को भारत के बाहर तैनात किया गया है.

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तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप ने तबाही मचा कर रख दी. इस भूकंप में अब तक 41 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. भूकंप प्रभाविक तुर्किये की मदद के लिए दुनियाभर के कई देशों ने हाथ बढ़ाया था. भारत ने भी शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित तुर्किये को मानवीय सहायता प्रदान की है. एनडीआरएफ के 50 से अधिक कर्मियों के साथ एक भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राहत सामग्री लेकर तुर्किये के लिए रवाना हुआ था. इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड के साथ आवश्यक उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन समेत अन्य जरूरी सामान शामिल थे.

24 घंटे के भीतर भारत ने भेजी मदद 

बता दें कि 6 फरवरी को तुर्किये में भूकंप आने के 24 घंटे के भीतर भारत ने की टीमें भेजकर तुर्किये में ऑपरेशन दोस्त शुरू किया था. तुर्किये में भूकंप के बाद पहुंची एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के जवानों ने अपने साहसी कार्यों से कई जानें बचाईं. करीब दस दिनों तक सफल तरीके से ऑपरेशन दोस्त चलाकर एनडीआरएफ की एक टीम शुक्रवार को भारत लौटी आई है. एनडीआरएफ जवानों का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान सुबह 9:00 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पहुंचा.

NDRF के आला अधिकारियों ने किया स्वागत 

तुर्किये से भारत लौटे एनडीआरएफ के जवानों का हिंडन एयरपोर्ट एनडीआरएफ के आला अधिकारियों ने ऑपरेशन दोस्त को सफल बनाने पर जोरदार स्वागत किया. एनडीआरएफ के जवान हिंडन एयरपोर्ट से वायु सेना के अधिकारियों से मुखातिब होने के बाद गोविंदपुरम स्थित बटालियन के लिए रवाना हो गए.

6 फरवरी को आया था भूकंप 

बता दें कि तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप के 11 दिन बाद भी मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. संयुक्त राष्ट्र संघ के मुताबिक, अब तक 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. तुर्की के अधिकारियों ने 35418 और सीरियाई सरकार ने 5800 से ज्यादा लोग मारे जाने की पुष्टि की है. दोनों देशों में अब भी राहत ओर बचाव कार्य जारी है. दोनों देशों में दुनिया भर के 95 देशों से मदद भेजी जा रही है. संयुक्त राष्ट्र ने तुर्की के लोगों के लिए एक अरब डॉलर जुटाने के लिए मानवीय अपील की है. 

महिला कर्मी भी गईं थी तुर्किये

एनडीआरएफ की डीजी करवाल ने कहा कि इन दलों में पांच महिला कर्मचारी भी शामिल थीं और यह पहली बार है कि एनडीआरएफ की महिला कर्मियों को भारत के बाहर तैनात किया गया है. डीजी ने कहा कि महिला कर्मियों ने अपने पुरुष सहयोगियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है.

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