Story Content
आज यानी 14 जनवरी को सूर्य देव धनु राशि से बाहर निकल जाएंगे और मकर में प्रवेश करेंगे। 12 फरवरी को यह मकर राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस तरह से खरमास खत्म हो जाएगा। खरमास के खत्म होते ही मांगलिक कार्यक्रम जैसे शादी विवाह शुरू हो जाएंगे। हिंदू धर्म में खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
खरमास में क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य
खरमास में शादी विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन आदि जैसे शुभ कार्य करने को लेकर मनाही होती है। इसका पीछे यह कहानी है कि सूर्य देव धरती के जीवन दाता है। जो व्यक्ति सूर्य देव का तप नहीं करते हैं इसके बिना जीवन संभव नहीं है। जब सूर्य देव बिना धनु राशि में प्रवेश लेते हैं तो उनका तेज कम हो जाता है। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण के राजा माने जाते हैं और उनका तेज कम होने पर मांगलिक कार्य उत्तम नहीं माने जाते। किसी भी शुभ कार्य के लिए सूर्य का तेज होना बहुत जरूरी माना जाता है।
कब से कब तक रहता है खरमास
खरमास का महीना पूरे 1 महीने तक चलता है। खरमास शुरू होते ही शादी विवाह जैसे शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है। खरमास 15 दिसंबर 2024 से शुरू हुआ था और अब यह 14 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है। सूर्य से मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास खत्म हो जाता है। इस तरह से जब सूर्य मकर में गोचर करते हैं तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है।
Comments
Add a Comment:
No comments available.