जोशीमठ: जिन होटलों और मकानों में अधिक दरारें हैं, उन्हें गिराने का काम शुरू

SDRF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि ,होटल मलारी इन को गिराया जाएगा. इसे चरणबद्ध तरीके से गिराया जाएगा. ये होटल टेड़े हो गए हैं. इसे तोड़ना जरूरी है क्योंकि इसके नीचे भी कई घर और होटल हैं और अगर ये ज्यादा धंसेगा तो कभी भी गिर सकता है.

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उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव के कारण पूर्ण रुप से प्रतिबंधित हो चुके दो होटलों मलारी इन और माउंट को सुरक्षित ध्वस्त करने की कार्रवाई आज से शुरु कर दी गई है. केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ), नेहरु पर्वत रोहण संस्थान राज्य आपदा मोचन बल और लोकनिर्माण विभाग की टीम को तकनीकी रुप से ध्वस्तीकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है.  सोमवार शाम सीबीआरआइ के विज्ञानी ने प्रशासन के साथ दोनों होटलों का मौका-मुआयना किया. अब मंगलवार को टीम के सभी सदस्यों के पहुंचने के बाद ध्वस्तीकरण को लेकर रणनीति बनाई जाएगी.

दिसंबर में प्रशासन ने बंद करवाए थे होटल 

जोशीमठ के सिंहधार वार्ड में स्थित होटल मलारी इन और माउंट व्यू में वैसे तो दिसंबर माह से ही दरारें पड़ने लगी थी. दिसंबर के अंत में प्रशासन ने होटल को बंद करने के आदेश दे दिए थे. इसके बाद बीती तीन जनवरी को दोनों होटलों के भवन एक-दूसरे के ऊपर झुक गए. इसके बाद प्रशासन ने दोनों होटलों में पूर्ण रूप से प्रवेश प्रतिबंधित करते हुए उसके बाहर एसडीआरएफ की तैनाती कर दी.

 CBRI के एक्सपर्ट देंगे तकनीकी जानकारी 

SDRF कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि ,होटल मलारी इन को गिराया जाएगा. इसे चरणबद्ध तरीके से गिराया जाएगा. ये होटल टेड़े हो गए हैं. इसे तोड़ना जरूरी है क्योंकि इसके नीचे भी कई घर और होटल हैं और अगर ये ज्यादा धंसेगा तो कभी भी गिर सकता है.  CBRI के एक्सपर्ट आ रहे हैं वे अधिक तकनीकी जानकारी देंगे.

असुरक्षित घरों को आज ध्वस्त किया जाएगा: हिमांशु खुराना

चमोली DM हिमांशु खुराना ने ANIसमाचार एजेंसी से बताया कि हमने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं. वहां से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है, ज्यादातर लोगों को निकाल लिया गया है. सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम यहां आ रही है. उनके दिशानिर्देश पर असुरक्षित घरों को ध्वस्त किया जाएगा. इसे लेकर निम के प्रशिक्षक विनोद गुसाईं ने बताया कि जोशीमठ में भूधंसाव से जर्जर हुए होटल के ध्वस्तीकरण को लेकर चमोली जिला प्रशासन ने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी से प्रशिक्षक मांगे थे. जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण प्रभावित हुए लोग को सरकार के स्तर से सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की टीम को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश 

स्वास्थ्य विभाग ने भी प्रभावित परिवारों के स्वास्थ्य व चिकित्सा की दृष्टि से एहतियाती कदम उठाए हैं. इसके लिए गढ़वाल मंडल के स्वास्थ्य निदेशक डा. धीरेंद्र कुमार बनकोटी को प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं का पर्यवेक्षण करने को कहा गया है. स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनिता शाह ने सोमवार को इस बाबत आदेश जारी किए हैं. वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणबगड़ में तैनात डा. नवीन चंद्र डिमरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में तैनात डा. दीपाली नौटियाल को अग्रिम आदेशों तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में तैनात किया गया है. इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अलग-अलग चिकित्सा इकाईयों में तैनात 24 अन्य चिकित्सकों को भी रोटेशन में सीएचसी जोशीमठ में तैनात किया गया है.

मलारी इन होटल के मालिक ने जताई नाराजगी

मलारी इन होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि, मुझे केंद्र और राज्य सरकार से बहुत तकलीफ है. ये होटल जनहित में तोड़ा जा रहा है कोई बात नहीं मैं प्रशासन के साथ हूं. बस मुझे नोटिस देना चाहिए और मेरा आर्थिक मूल्यांकन कर देना चाहिए, मैं यहां से चला जाऊंगा. मेरा आग्रह है आर्थिक मूल्यांकन किया जाए.

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