Hindi English
Login

Covid News: ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहली तस्वीर, जानिए पूरा मामला

दक्षिण अफ़्रीकी डॉक्टर जिन्होंने पहली बार कोविड ओमाइक्रोन संस्करण देखा था, कहते हैं कि लक्षण अब तक 'हल्के' लगते हैं

Advertisement
Instafeed.org

By Jyoti | खबरें - 29 November 2021

वैज्ञानिकों ने एक नए कोरोनोवायरस संस्करण का अध्ययन करने के लिए दौड़ लगाई क्योंकि यूरोप में कई मामले देखे गए थे और दुनिया भर की सरकारों ने दक्षिणी अफ्रीकी क्षेत्र को लक्षित करते हुए यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा की, जहां यह पहली बार उभरा, इस आलोचना को प्रेरित करते हुए कि महाद्वीप फिर से पश्चिमी देशों से घबराई हुई नीतियों का खामियाजा भुगत रहा था.

यह भी पढ़ें : यूपी विधानसभा चुनाव2022 : जानिए क्या है यूपी का मूड

बोत्सवाना में पहली बार पाए गए नए संस्करण ओमिक्रॉन ने यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, इटली और बेल्जियम में मामलों का पता चलने के बाद यूरोप को हाई अलर्ट पर भेज दिय. चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, इज़राइल और नीदरलैंड सभी इस प्रकार के संदिग्ध मामलों की जांच कर रहे थे.


ओमाइक्रोन के बारे में अपेक्षाकृत कम जानकारी है. इसमें उत्परिवर्तन है कि वैज्ञानिकों को डर है कि यह अधिक संक्रामक और टीकों के प्रति कम संवेदनशील हो सकता है - हालांकि इनमें से कोई भी प्रभाव अभी तक स्थापित नहीं हुआ है. वैरिएंट के अधिकांश पुष्ट मामले दक्षिणी अफ्रीकी देशों में निहित हैं, लेकिन ऐसी चिंताएँ हैं कि ओमाइक्रोन वैज्ञानिकों द्वारा खोजे जाने से पहले अधिक व्यापक रूप से फैल सकता था.


उन्होंने कहा जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के एक महामारी विज्ञानी एंड्रयू पेकोज़ ने शनिवार को एक साक्षात्कार में कहा, "रूढ़िवादी रूप से लगभग दो सप्ताह की एक खिड़की है कि यह वायरस फैल रहा है." यह संभावना है कि संस्करण पहले से ही न्यूयॉर्क में है.


श्री पेकोज़ ने कहा "निश्चित रूप से एक मौका है कि यह पहले से ही विश्व स्तर पर फैल चुका है, लेकिन हम अभी तक नहीं जानते हैं,"

Advertisement
Advertisement
Comments

No comments available.