इमरान खान सरकार के लिए बुरा वक्त शुरू हो चुका है और वो चंद दिनों के मेहमान है. यह दावा सरकार में शामिल पाकिस्तान मुस्लिम लीग- कायद PML-Q के चीफ चौधरी परवेज इलाही ने किया है. वहीं पार्टी के समर्थकों का साथ उन्हे नही मिल रहा है.
इमरान खान सरकार के लिए बुरा वक्त शुरू हो चुका है और वो चंद दिनों के मेहमान है. यह दावा सरकार में शामिल पाकिस्तान मुस्लिम लीग- कायद PML-Q के चीफ चौधरी परवेज इलाही ने किया है. वहीं पार्टी के समर्थकों का साथ उन्हे नही मिल रहा है.
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इमरान के साथ मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार भी खतरे में
चौधरी परवेज इलाही को पाकिस्तान के सबसे बड़े नेताओं में से एक माना जाता है. वो पंजाब प्रांत से हैं और उनकी पार्टी के पांच सांसद इस वक्त इमरान सरकार को समर्थन दे रहे हैं. पंजाब प्रांत में इस वक्त इमरान की पार्टी की सरकार है और यहां भी इलाही के कुछ विधायक सरकार को समर्थन दे रहे हैं. इमरान के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार की कुर्सी भी जाना तय है. आपको बता दें कि, परवेज इलाही का कहना है की इमरान को अब बाहर निकलकर अपने सहयोगी दलों के पास जाना होगा. अब घमंड और बदजुबानी या फिर डरा-धमकाकर काम नहीं चलेगा. उन्हें अपने सहयोगियों को मनाना होगा. अगर ये नहीं हुआ तो सरकार को कोई नहीं बचा पाएगा.
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28 मार्च को सरकार के खिलाफ वोटिंग
सूत्रों के अनुसार, इमरान की अपनी पार्टी के ढेर सारे सांसद नाराज हैं और ये भी 28 मार्च को सरकार के खिलाफ वोटिंग करेंगे. वहीं सवाल यह भी उठता है की खान जब अपनी ही पार्टी को नहीं संभाल पा रहे तो सहयोगियों को कैसे संभालेंगे. आज जब सरकार पर संकट आया है तो खान कई तरह की बातें कर रहे हैं और सांसदों को लुभाने के लिए तमाम वादे कर रहे हैं. खान सवाल के घेरे में है यह भी कहा जा रहा है कि, चार साल से वो क्या कर रहे थे. तब क्यों उन्हें सहयोगियों को ख्याल नहीं आया.