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कोरोना वायरस के मामले दिन पर दिन रफ़्तार पकड़ रहे हैं। आंकड़ों में आती ये तेज़ी सरकार के लिए चिंता का विषय बन गयी है। खासतौर से अगर बात करें मेट्रो सिटीज की तो स्थिति नियंत्रण के बाहर ही जा रही है। जिसमे से दिल्ली का तो बहुत ही बुरा हाल है। दिल्ली में लगभग 7 से 8 हज़ार आंकड़ें रोज के आ रहे हैं। दिल्ली में ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि दिल्ली सरकार ने लोगों की दी हुई छूट को वापस लेना शुरू कर दिया है। अभी हाल ही में दिल्ली में शादी में दी 200 लोगों की अनुमति को वापस 50 कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अब केजरीवाल दिल्ली के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रहे हैं जिसके लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार केंद्र सरकार को नए सिरे से प्रस्ताव भेजेगी ताकि बढ़ते कोरोनावायरस मामलों को नियंत्रित करने के लिए बाजार क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने की अनुमति मांगी जाए।
क्या कहते हैं आंकड़े?
दिल्ली में इस वक्त कोरोना से होने वाली मृत्यु दर 1.23% है और पॉजिटिविटी रेट 15.33% है ।विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिन दिल्ली में और ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि यहां हर दिन करीब 15 हजार तक नए मरीज मिल सकते हैं। दिल्ली सरकार के ही आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार की दोपहर तक प्रदेश के कुल 1331 वेंटिलेटर बेड में से 1215 भर चुके हैं और सिर्फ 116 वेंटिलेटर ही खाली हैं।
क्या है प्रस्ताव?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली में बढ़ते आंकड़ों को देखकर हमने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है। जिसमे हमने उन बाजारों में लॉकडाउन लगाने की अनुमति मांगी है जहां पर दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिस कारण से वो जगह covid-19 हॉटस्पॉट बन रही हैं। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि दिल्ली में बिगड़ते हालात को काबू करने के लिए दिल्ली और केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
केजरीवाल ने केंद्र सरकार द्वारा 750 आईसीयू बेड बढ़ाने के फैसले पर केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा किया। सभी ने COVID-19 को नियंत्रित करने के प्रयासों को और ज्यादा तेज़ कर दिया है, लेकिन इस महामारी से निपटना तब तक संभव नहीं जब तक कि लोग खुद सावधानी नहीं बरतते हैं। केजरीवाल ने कहा कि मैं सभी से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील करता हूं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बताया कि AAP सरकार ने L-G अनिल बैजल को एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें उसने सिफारिश की है कि केवल 50 लोगों को शादी के कार्यों में शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए। इससे पहले, सरकार ने केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुरूप, 200 लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दी थी। आपको बता दें कि दिल्ली में बुधवार को 8,593 कोरोना मामलों सामने आए थे। इसके अलावा 104 लोगों की इस महामारी के कारण मौत हो गई।
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