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दिल्ली में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार के दिन कहा है कि ये कहना बहुत जल्द हो जाएगा कि दिल्ली में कोविड-19 की तीसरी वेव आ गई है। लेकिन ये हो भी सकता है। दिल्ली में पहली बार कोविड -19 के 5,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए जाने के एक दिन बाद सत्येंद्र जैन ने अपनी ये बात कही है। बुधवार को 5,673 नए संक्रमण केसों ने राजधानी के मामलों को 370,014 तक हो गई है।
ऐसे ही बढ़ते मामलों के चक्कर में दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट भी इस वक्त 9.37% दर्ज हुई है। इसके अलावा रिकवरी रेट- 90.33% देखी गई है। वही,एक्टिव मरीज़ों की दर 7.93% और मृत्यु दर 1.73% देखने को मिला है। कुल मिलाकर इस तरह के मामले इस वक्त दिल्ली में दर्ज होते हुए नजर आ रहे हैं। एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, “यह कहना बिल्कुल ही जल्दबाजी होगी कि दिल्ली कोरोना वायरस मामलों की तीसरी लहर का सामना कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमें निश्चित तौर पर ये कहने के लिए एक और सप्ताह का इंतजार करना चाहिए, लेकिन यह संभव है कि हम पहले से ही उस चरण में मौजूद हो। हमने अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किए हैं। अब, जब कोई व्यक्ति पॉजिटिव टेस्ट करता है, तो हम उसके पूरे परिवार और करीबी लोगों का भी टेस्ट करते हैं। हम ऐसा एक बार नहीं, बल्कि दो बार चार-पांच दिनों के बाद दूसरी बार करते हैं।
सत्येंद्र जैन ने आगे अपनी बात में कहा कि हमारे ये मकसद है कि एक भी केस बचे ना। तो इस वजह से ये भी हो सकता है कि इसके आकंड़े आपको थोड़े से ज्यादा लग रहे हो। दिल्ली में बुधवार को दर्ज किए गए 5,673 संक्रमण मामलों का दूसरा सीधा दिन था। वहीं, मंगलवार को दिल्ली ने 4,853 मामलों को दर्ज किया था। इसके अलावा 16 सितंबर को 4,473 के बाद इसकी सबसे बड़ी रेट देखने को मिली थी। वास्तव में राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में लगातार 4,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। जोकि कही न कही एक बहुत बड़ी चिंता का विषय है।
क्या कहते हैं दिल्ली सरकार के आकंड़े
दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आकंड़ों पर नजर डाली जाए तो दिल्ली में संक्रमण के चलते कुछ दिनों पहले 24 घंटे में 44 से अधिक मरीजों की मौत हो गई थी।
दिल्ली में कोरोना बढ़ने की मुख्य वजह
स्वस्थाय मंत्रालय का ये कहना है कि दिल्ली में बीते 4 हफ्ते में एक्टिव केसों की संख्या में लगभग 9 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। त्योहार में भीड़भाड़, हवा की गुणवत्ता के खराब होने, श्वसन से जुड़ी बीमारियों में बढ़ता और ऑफिस या फिर काम वाली जगह पर पॉजिटिव केसों के चलते दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। इसी संदर्भ में केंद्र शासित प्रदेश को ये सलाद दी जा रही है कि जांच के मामलों में अब बढ़ोतरी करें, आरटी-पीसीआर जांच को अपनी बढ़ाए, कॉन्टेक्ट का पता लगाने पर अपना पूरा ध्यान दें और जो लोग संपर्क में आ गए हो उन्हें 72 के भीतर आइसोलेशन में रखा जाए।
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