दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिले कोरोनावायरस के नए संस्करण का नाम ओमाइक्रोन रखा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह फैसला लिया है.
दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिले कोरोनावायरस के नए संस्करण का नाम ओमाइक्रोन रखा गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह फैसला लिया है. हालाँकि, अब यह सवाल उठने लगा है कि WHO ने Nu या Xi के बजाय वेरिएंट Omicron का नाम क्यों रखा? हालांकि इसके पीछे एक खास वजह भी है. जानकारों का कहना है कि किसी को भी बदनामी से बचाने के लिए संस्था की ओर से यह कदम उठाया गया है.
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डब्ल्यूएचओ अब तक ग्रीक वर्णमाला के अनुसार वेरिएंट का नामकरण कर रहा था, ताकि उन्हें लेने में आसानी हो। ग्रीक वर्णमाला में लैम्ब्डा के बाद नु और शी आते हैं. इन दोनों के बाद Omicron का नंबर आता है. दुनिया कयास लगा रही थी कि नए वेरिएंट का नाम इन दोनों में से कोई एक हो सकता है.