वहां की एक स्थानीय महिला का कहना है कि पिछले 15 साल से हम यहां है. मेरी दुकान यहां थी. इससे पहले किसी ने इसे अवैध नहीं बताया था. दो गुटों में हिंसा के बाद ये हो रहा है.
जहांगीरपुरी का मामला दिनों-दिन बढ़ने के साथ-साथ नया रुप लेता जा रहा है. मौजुदा हालात बहुत ही गंभीर है. दंगे के मुख्य आरोपी अंसार के नाम का डर लोगों के बीच दिखाई दे रहा है. कोई भी उसके खिलाफ कैमरे में नहीं बोलना चाहता और कुछ लोंगो ने उसके खिलाफ बोली भी तो छुपकर.
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माना जा रहा है कि एमसीडी के द्वारा जहांगीरपुरी में अब बिना इजाजत ही बुलडोजर चल रहे है. वहां के लोग इसका विरोध भी कर रहे है. इस हिंसा के बाद जो भी कदम उठाया जा रहा है, उससे आम जनता को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है.
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वहां की एक स्थानीय महिला का कहना है कि पिछले 15 साल से हम यहां है. मेरी दुकान यहां थी. इससे पहले किसी ने इसे अवैध नहीं बताया था. दो गुटों में हिंसा के बाद ये हो रहा है.
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वहां के मस्जिद के पास एक आशू खान नामक व्यक्ति का कहना है कि मैं मानता हूं कि हमने अवैध निर्माण किया है लेकिन केवल मस्जिद के पास ही अवैध निर्माण ही क्यों ढहाया गया. मंदिर के पास अवैध निर्माण क्यों नहीं ढहाया गया. उन्होंने कहा कि हमारा दो लाख का नुकसान हो गया है। उन्होंने कहा कि एमसीडी वाले ने बिना किसी नोटिस के हमारी दुकान ढहा दी है.
वहीं जहांगीरपुरी में एक मंदिर के पास बने अवैध निर्माण पर कारवाई का भी वहां के लोगों ने विरोध किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि बुलडोजर उसके ऊपर से गुजार दो लेकिन मंदिर के पास का निर्माण मत तोड़ो.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस अतिक्रमण को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एमसीडी ने रोक दिया गया है.