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कहते हैं जुबान पर लगाम बहुत जरूरी होता है। जुबान एक बार फिसल जाए तो संभाले नहीं संभलती। बोली कमान से निकले तीर की तरह होती है। जो निकल गई तो वापस नहीं आ सकती। सियासत में तो जुबान फिसल जाए तो हंगामा हो जाता है। दूसरे पक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा मिल जाता है। कुछ ऐसा ही इस वक्त मध्य प्रदेश की राजनीति में देखने को मिल रहा है। यहां सरकार और विपक्ष के बीच जमकर जुबानी हमला चल रहा है। जुबानी जंग के केंद्र में हैं एक महिला नेता। सियासत में हर बार महिलाओं को ऐसे ही निशाना बनाया जाता है।
हुआ ये की कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी की नेता इमरती देवी को आइटम कहा था। इसके बाद मध्यप्रदेश और बीजेपी की राजनीति में आक्रोश सा पैदा हो गया था। इसका विरोध जताते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी ने देशव्यापी 2 घंटे का मौन रखा था। इधर जब महिलाओं के सम्मान के नाम पर शिवराज सिंह व्रत कर रहे थे, तो उधर उनकी ही पार्टी के एक नेता बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को अपशब्द कह दिया। मंत्री ने महिला प्रत्याशी को रखैल कह दिया।
भारतीय राजनीति में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई बड़े नेताओं ने महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की है। आइए जानते हैं, किसने कब क्या कहा था...
1. 'लड़के तो लड़के होते, वे गलतियां करते हैं'
अप्रैल 2014 में एक गैंगरेप केस में दोषी करार दिए गए तीन दोषियों को मौत की सजा का विरोध जताते हुए समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, "लड़के तो लड़के होते, वे गलतियां करते हैं।" 2015 में उन्होंने कहा था एक व्यक्ति रेप करता है और शिकायत में चार लोगों का नाम लिया जाता है।
2. वसुंधरा राजे को आराम दो, थक गई हैं!
शरद यादव ने राजस्थान में चुनावी सभा के वक्त एक बार कहा था कि नेता वसुंधरा राजे को आराम दो, क्योंकि वो बहुत थक चुकी है। बहुत मोटी भी हो गई है, पहले पतली थी। वो हमारे एमपी की बेटी है।
3. क्या आपने कभी देखी है 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड?
2012 में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उस वक्त गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी ने शशि थरूर की पत्नी सुनंदा थरूर के बारे में कहा था, वाह क्या गर्लफ्रेंड है! क्या आपने कभी देखी है 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड?
4. सजी-सवंरी महिलाएं विरोध प्रदर्शन में ले रही हैं हिस्सा!
साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप केस के लिए दिल्ली जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। उस वक्त कांग्रेस सांसद अभिजीत मुखर्जी ने कहा था कि दिल्ली में बलात्कार के विरोध प्रदर्शन में सजी-संवरी महिलाएं हिस्सा ले रही हैं।
5. अपनी ही पार्टी की महिला नेता को कहा 100 टका टंच माल
मध्यप्रदेश के मंदसौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सांसद मीनाक्षी नटराजन को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने मीनाक्षी को 100 टका टंच माल कहा था।
6. दो व्यक्तिओं द्वारा किया गया रेप, गैंगरेप नहीं होता!
बैंग्लोर में एक महिला के साथ एक ड्राइवर और हैल्पर ने गैंगरेप किया था। इस पर बायन देते हुए कर्नाटक के तत्कालीन गृह मंत्री के जे जॉर्ज ने कहा था कि दो व्यक्ति द्वारा किसी महिला का रेप, गैंगरेप नहीं कहलाता है।
7. बढ़ते रेप केस का बढ़ती आबादी से कनेक्शन
2013 में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि कोलकाता में रेप की केस इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि इसका सीधा संबंध बढ़ती आबादी से है।
8. जब पत्नी हो जाती पुरानी तो नहीं रहता है मजा
पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने शादीशुदा महिलाओं को लेकर ऐसी बात कही थी जिसके बाद उनके खिलाफ विवाद खड़ा हो गया था। उन्होंने कहा था कि नई-नई जीत और नई शादी का अपना अलग महत्व होता है। जैसे-जैसे समय बितता है पत्नी पुरानी हो जाती है, वो मजा नहीं रहता है।
9. इंडिया में होते हैं रेप, भारत में नहीं
2013 में आरएसएस के अध्यक्ष मोहन भागवत ने अपने एक बयान में कहा था, "शहरी भारत में महिलाओं के खिलाफ अपराध शर्मनाक है। यह एक खतरनाक ट्रेंड है। लेकिन इस तरह के अपराध " भारत" यानी गांवों में नहीं होंगे।”
10. महिला को भी मिलनी चाहिए रेप केस में सजा
2014 में सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबू आज़मी ने रेप जैसे गंभीर मुद्दे पर कहा था, "अगर कोई महिला (बलात्कार के मामले में) पकड़ी जाती है, तो उसे और लड़के दोनों को सजा दी जानी चाहिए। भारत में रेप के लिए मौत की सजा है, लेकिन जब शादी के बाहर सहमति से सेक्स किया जाता है, तो महिलाओं के खिलाफ कोई सजा क्यों नहीं है?
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