राजस्थान विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी यहां किसे मुख्यमंत्री बनाएगी इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
राजस्थान विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी यहां किसे मुख्यमंत्री बनाएगी इस पर सस्पेंस बना हुआ है. सबसे मशहूर चेहरों में बाबा बालकनाथ का नाम है जिन्हें राजस्थान का योगी भी कहा जाता है. हालांकि, शनिवार को उन्होंने खुद कुछ ऐसा कह दिया जिससे ऐसा लग रहा है कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर हो गए हैं.
पार्टी व प्रधानमंत्री @narendramodi जी के नेतृत्व में जनता-जनार्धन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया व सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नज़र अंदाज़ करें।मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।
— Yogi Balaknath (@MahantBalaknath) December 9, 2023
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट
2019 में बीजेपी के टिकट पर अलवर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए बालकनाथ ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि चुनाव नतीजे आने के बाद मीडिया और सोशल मीडिया में चल रही चर्चाओं पर ध्यान न दें. मुझे अभी भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है.
राज्य के मुख्यमंत्री की दौड़
बाबा बालकनाथ 2019 में बीजेपी के टिकट पर अलवर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. इस बार पार्टी ने उन्हें जिले की तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिया था. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को हराकर जीत दर्ज की. इसके बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया और उनका नाम राज्य के मुख्यमंत्री की दौड़ में चल रहा है. बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के संत हैं जिससे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आते हैं.
राजस्थान का योगा
बाबा बालकनाथ रोहतक के मस्तनाथ मठ के महंत हैं. 29 जुलाई 2016 को, महंत चांदनाथ ने एक समारोह में बालकनाथ योगी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव भी शामिल हुए. उनके समर्थक उन्हें 'राजस्थान का योगा' कहकर भी संबोधित करते हैं.